वॉशिंगटन। कोई भी टीका लगवाने के बाद शरीर में उसके अस्थायी दुष्प्रभाव नजर आते हैं, जैसे सिरदर्द, थकान और बुखार। ये सभी लक्षण इस बात का संकेत हैं कि आपका प्रतिरक्षा तंत्र और अधिक सक्रिय हो रहा है। यह किसी भी टीके के प्रति सामान्य प्रतिक्रिया है और ये दुष्प्रभाव भी आम हैं।
 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	
									
										
								
																	
	 
	कोविड-19 टीके की पहली खुराक लेने के बाद थकान का अनुभव करने वाले अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन के टीका प्रमुख, डॉ. पीटर मार्क्स ने कहा कि इन टीकों को लेने के अगले दिन मैं कोई भी ऐसी शारीरिक गतिविधि नहीं कर सकता था जिसमें बहुत जोर लगाना पड़ता हो।
	 
	ऐसा क्यों होता है? इसे समझने के लिए हमें अपने प्रतिरक्षा तंत्र (Immune system) को समझना होगा। प्रतिरक्षा तंत्र के 2 मुख्य भाग होते हैं जिनमें से पहला किसी भी बाहरी कण का पता चलने के फौरन बाद हरकत में आ जाता है। सफेद रक्त कोशिकाएं (डब्ल्यूबीसी) उस जगह पर जमा होने लगती हैं, जहां बाहरी कण का पता चला है जिससे सूजन होती है, जो ठंड लगने, दर्द होने, थकान और अन्य दुष्प्रभावों का कारण बनता है।
								
								
								
										
			        							
								
																	
									
					
			        							
								
																	
	 
	आपके प्रतिरक्षा तंत्र की यह त्वरित प्रतिक्रिया उम्र के साथ घटती जाती है। यही कारण है कि युवा लोगों में बुजुर्गों की तुलना में दुष्प्रभाव अधिक देखने को मिलते हैं। इसके अलावा कुछ टीके दूसरों की तुलना में ज्यादा प्रतिक्रिया उत्पन्न करते हैं। इसका अभिप्राय है कि हर किसी में अलग-अलग प्रतिक्रिया देखने को मिलती है। अगर आपको टीके की कोई भी खुराक लेने के 1 या 2 दिन बाद कुछ महसूस न हो रहा हो तो इसका यह मतलब नहीं है कि टीका काम नहीं कर रहा है। टीका लगाने के बाद आपके प्रतिरक्षा तंत्र का दूसरा भाग जो वायरस से आपको वास्तविक सुरक्षा उपलब्ध कराएगा, वह चुपचाप एंटीबॉडीज बनाने में लग जाता है।
	 
	इसके अलावा एक और परेशान करने वाला दुष्प्रभाव है कि जैसे ही आपका प्रतिरक्षा तंत्र सक्रिय होता है, यह कई बार लिंफ नोड्स (लसिका ग्रंथियों) में, जैसे जो बांह के नीचे होती हैं, उनमें कुछ वक्त के लिए सूजन आ जाती है। महिलाओं को कोविड-19 टीकाकरण से पहले नियमित मैमोग्राम कराने की सलाह दी जाती है ताकि गांठ को गलती से कैंसर न समझा जाए।
	 
	सभी दुष्प्रभाव नियमित या सामान्य नहीं होते। लेकिन दुनियाभर में करोड़ों टीके दिए जाने और गहन सुरक्षा निगरानी के बाद कुछ गंभीर जोखिमों की पहचान हुई है। एस्ट्राजेनेका और जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा निर्मित टीके लेने के बाद एक मामूली आबादी ने असामान्य प्रकार के रक्त के थक्के जमने की शिकायत की। कुछ देशों ने उन टीकों को बुजुर्ग वयस्कों के लिए सुरक्षित रख लिया था लेकिन नियामक अधिकरणों का कहना है कि इन्हें लगाने का फायदा जोखिमों से कई गुना ज्यादा है।
	 
	कुछ लोगों को गंभीर एलर्जी भी हो जाती है इसलिए आपसे कोई भी कोविड-19 टीका लेने के बाद 15 मिनट तक केंद्र पर ही रहने के लिए कहा जाता है ताकि किसी भी प्रतिक्रिया का तेजी से इलाज किया जा सके। इसके अलावा अधिकारी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि हृदय में अस्थायी सूजन जो कई प्रकार के संक्रमणों के साथ भी हो सकती है, वह भी एमआरएनए टीकों का दुर्लभ दुष्प्रभाव है। फाइजर और मॉडर्ना के टीके एमआरएनए टीके हैं। अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारी किसी तरह का जुड़ाव तो अभी नहीं बता सके हैं लेकिन उन्होंने कहा है कि वे ऐसी कुछ खबरों की निगरानी कर रहे हैं खासकर युवा पुरुषों या युवकों में। (भाषा)