भोपाल। मध्यप्रदेश में लगभग सवा माह पहले कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमण की शिकार एक महिला के साथ अस्पताल में दुष्कर्म की घटना के खुलासे के बाद अब सरकार भी सक्रिय नजर आ रही है। वहीं भोपाल पुलिस प्रशासन का कहना है कि पुलिस ने इस मामले को छिपाने या दबाने का कोई प्रयास नहीं किया।
घटना के संबंध में आई जानकारी के अनुसार, यहां भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (बीएमएचआरसी) के कोविड वार्ड में अप्रैल माह में एक महिला को कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। उसके साथ पांच और छह अप्रैल की दरम्यानी रात्रि में एक कर्मचारी संतोष ने दुष्कर्म किया।
अगले दिन महिला की हालत और बिगड़ने पर उसे वेंटिलेटर पर रखा गया, जहां उसी दिन उसकी मृत्यु हो गई। आरोपी ने घटना के बाद अस्पताल की एक कोरोना संक्रमित कर्मचारी युवती के साथ भी छेड़छाड़ की। युवती ने साहस दिखाते हुए अपने परिचितों को सूचना दी और इसके बाद अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।
घटना के संबंध में भोपाल के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) की ओर से आज ट्वीट किया गया है। इसमें कहा गया है कि छह अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित महिला के साथ दुष्कर्म की जानकारी अस्पताल प्रबंधन के माध्यम से पुलिस को मिली।
पुलिस ने तत्काल उसी दिन अपराध दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसी दिन जेल भेज दिया। वह अब भी जेल में ही है। भोपाल पुलिस परिजनों के संपर्क में है और विवेचना पूर्ण कर न्याय के लिए प्रकरण न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
ट्वीट में कहा गया है कि पुलिस ने बगैर समय गंवाए अविलंब विधिपूर्वक कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। भोपाल पुलिस द्वारा मामले को छिपाने या दबाने का कोई प्रयास नहीं किया गया है। दूसरी ओर इस मामले को लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के नेताओं के बयान भी आने लगे हैं।
इसके चलते सरकार भी सक्रिय हुई है और उसने भोपाल पुलिस से संपूर्ण जानकारी तलब की है। भोपाल गैसकांड के प्रभावितों के इलाज के लिए अमेरिका के सहयोग से बीएमएचआरसी बनाया गया है। इस अस्पताल में इन दिनों कोविड मरीजों का भी इलाज किया जा रहा है।(वार्ता)