नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के चलते डीडीएमए द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के मद्देनजर प्रगति मैदान में 8 से 16 जनवरी तक आयोजित होने वाले नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला (एनडीडब्ल्यूबीएफ) के 30वें संस्करण को स्थगित कर दिया गया है। आयोजकों ने एक बयान में यह जानकारी दी।
आयोजकों ने कहा कि एनडीडब्ल्यूबीएफ के लिए नई तारीखों की घोषणा अलग से की जाएगी। कोविड-19 महामारी के कारण पिछले साल मेले का आयोजन ऑनलाइन हुआ था। एनडीडब्ल्यूबीएफ का पहली बार 1972 में आयोजन हुआ था और इस वर्ष एक फोटो प्रदर्शनी के साथ आयोजन की स्वर्ण जयंती मनाने की योजना थी।
बयान में कहा गया, डीडीएमए के नए दिशा-निर्देशों और विभिन्न हितधारकों द्वारा किए गए अनुरोधों के मद्देनजर एनडीडब्ल्यूबीएफ-2022 को स्थगित कर दिया गया है। नई तारीखों की घोषणा अलग से की जाएगी। कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने मंगलवार को शहर में सप्ताहांत कर्फ्यू लगाने का फैसला किया था। कर्फ्यू शुक्रवार को रात 10 बजे से सोमवार सुबह पांच बजे के बीच लागू रहेगा।
पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया (पीआरएचआई) और ब्लूम्सबरी जैसे प्रमुख प्रकाशन गृह ने वर्तमान परिदृश्य में पुस्तक मेले को स्थगित करने के आयोजकों के निर्णय का स्वागत किया है। दोनों प्रकाशकों ने पुस्तक मेले में भागीदारी नहीं करने की पहले ही घोषणा कर दी थी।
वहीं गरुड़ प्रकाशन के निदेशक और मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) अंकुर पाठक ने कहा, पुस्तक मेले का स्थगित होना हमारे लिए थोड़ा निराशाजनक है क्योंकि एक साल से अधिक के अंतराल के बाद चीजें बेहतर होती दिख रही थीं। इस तरह के प्रत्यक्ष कार्यक्रम हमें हमेशा उत्साहित करते हैं और हमने इस मेले के दौरान अपने लेखकों के साथ कई कार्यक्रम आयोजित किए थे।
हालांकि हमारे पाठकों और मेले के आयोजन में लगे सभी लोगों का स्वास्थ्य अधिक महत्वपूर्ण है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि जब चीजें सामान्य होंगी तो हम बड़े पैमाने पर वापसी करेंगे।(भाषा)