अयोध्या। हालांकि मंदिर निर्माण से जुड़े ट्रस्ट की ऐसी कोई मंशा नहीं है कि राम मंदिर में 400 किलो का ताला लगाया जाए। लेकिन, 300 किलो का ताला बनाकर सुर्खियां बटोरने वाले अलीगढ़ के ताला कारीगर सत्यप्रकाश शर्मा ने अब 400 किलो का ताला बनाया है। वे इस ताले को अयोध्या में आकार ले रहे राम मंदिर के लिए भेंट करने वाले हैं।
शर्मा ने स्थानीय चैनल को बताया कि उनका परिवार करीब 100 साल से ताला निर्माण का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह ताला उन्होंने हिन्दुस्तान का नाम आगे बढ़ाने के लिए बनाया है।
उन्होंने बताया कि अभी इसमें फिनिशिंग का काम बाकी है। वे एक और ताला बनाना चाहते हैं, जिसे वे 26 जनवरी परेड में प्रस्तुत करना चाहता है।
ज्वालापुरी गली नंबर एक के सत्यप्रकाश शर्मा 400 किलो का ताला बनाकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ने जा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने 300 किलो का ताला बनाया था। इस ताले के निर्माण में शर्मा की अर्द्धांगिनी रुक्मणि ने भी सहयोग किया है।
शर्मा दंपति का दावा है कि यह ताला दुनिया का सबसे बड़ा ताला है। हालांकि कुछेक बदलाव को छोड़कर ताले का निर्माण हो चुका है। इस ताले को बनाने में उन्हें करीब 3 माह का समय लगा है।
शर्मा दंपति का मानना है कि अयोध्या में अद्भुत राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, ऐसे में उससे जुड़ी हर चीज अद्भुत होनी चाहिए। लोहे से बने इस ताले की मोटाई करीब 6 इंच है, जबकि इसका कड़ा 4 फुट का है।
इसकी मोटाई साढ़े 9 इंच है। इसको बनाने में एक लाख रुपए का खर्च आया है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इसकी चाबी 4 फुट की है और इसका वजन 30 किलो है। ताले से जुड़ी यह खबर सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बटोर रही है।