नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कोविड-19 टीके की कमी का आरोप लगाते हुए सरकार पर हमला किया जिस पर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने पलटवार करते हुए उन पर ओछी राजनीति करने के आरोप लगाए।
राहुल ने वेयरऑरवैक्सीन्स (टीके कहां हैं) हैशटैग के साथ ट्वीट करते हुए कहा कि जुलाई बीत गया लेकिन टीके की कमी खत्म नहीं हुई। उन्होंने टीकों की कथित कमी पर मीडिया रिपोर्ट का संग्रथित चित्र (मोंटाज) भी ट्वीट के साथ संलग्न किया।
कांग्रेस के पूर्व प्रमुख ने जुलाई के अपने ट्वीट को टैग किया जिसमें उन्होंने कहा था कि जुलाई आ गई है, टीके नहीं आए। राहुल के ट्वीट को टैग करते हुए मंडाविया ने कहा कि जुलाई में टीके की 13 करोड़ से अधिक खुराक दी गई और इस महीने टीकाकरण कार्यक्रम में और तेजी लाई जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट किया कि इस उपलब्धि के लिए हमें अपने स्वास्थ्यकर्मियों पर गर्व है। आपको भी उन पर और देश पर गर्व होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आपने हमारे वैज्ञानिकों के बारे में एक भी शब्द नहीं कहा, लोगों से टीका लगवाने की अपील नहीं की। इसका यह मतलब है कि टीकाकरण के नाम पर आप ओछी राजनीति कर रहे हैं। वास्तव में टीके की कमी नहीं है बल्कि आपमें परिपक्वता की कमी है।
देश में टीके की कमी का मुद्दा कांग्रेस उठाती रही है और केंद्र सरकार से अपील की है कि टीकाकरण में तेजी लाई जाए। पार्टी का कहना है कि कोविड-19 की तीसरी लहर को रोकने का यही एकमात्र तरीका है।