ब्रिस्टल। पिछले मैच में अप्रभावी रहने वाले भारत के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल इंग्लैंड के ‘अच्छी तरह से तैयार’ बल्लेबाजों के खिलाफ वापसी करना चाहेंगे जब दोनों टीमें कल यहां तीसरे और निर्णायक टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में एक दूसरे के आमने सामने होंगी। भारतीय स्पिन जोड़ी को एक साल के बाद पहली असली चुनौती का सामना करना होगा क्योंकि इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने मैनचेस्टर में मिली हार के बाद तुंरत वापसी करते हुए उनकी गेंदों का अच्छी तरह सामना किया। अगर बात की जाये तो श्रीलंका से आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड से दक्षिण अफ्रीका तक कोई भी प्रतिद्वंद्वी टीम इतने कम समय में चहल - कुलदीप की गेंदों का इतनी आसानी से तोड़ नहीं निकाल सकी है।
कुलदीप ने सीरीज के शुरुआती मैच में जहां पांच विकेट झटककर शानदार प्रदर्शन किया तो वह कार्डिफ में एक भी खिलाड़ी को पवेलियन नहीं भेज सके और बीती रात चहल ने भी काफी रन लुटाए जिससे इन दोनों को प्रतिद्वंद्वी टीम को परेशान करने का तरीका ढूंढना होगा। भारत को शुक्रवार को हुए मैच के अंतिम ओवरों में चोटिल जसप्रीत बुमराह की कमी खली क्योंकि इंग्लैंड ने इसमें तीन छक्के जड़ दिए। उनकी जगह उतारे गए उमेश यादव (दो मैचों में चार विकेट) ने पावरप्ले में विकेट तो लिए लेकिन साथ ही उन्होंने काफी रन भी दिए।
दूसरे टी-20 में मिली निराशा के बावजूद मेहमान टीम अब भी लगातार छठी टी-20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज जीतने की दौड़ में बनी हुई है जिसकी शुरुआत सितंबर 2017 में हुई थी। पिछली बार भारत को द्विपक्षीय टी-20 अंतरराट्रीय मुकाबले में हार जुलाई 2017 में मिली थी जिसमें एकमात्र मैच खेला गया था। बल्कि भारत ने एक मैच से ज्यादा की टी-20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज अगस्त 2016 में फ्लोरिडा में इसी प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाफ गंवाई थी।
वेस्टइंडीज से मिली दो हार के बीच भारत ने जनवरी 2017 में घरेलू मैदान में इंग्लैंड केा तीन मैचों की टी-20 सीरीज में 2-1 से हराया था। यह सीरीज काफी उल्लेखनीय भी है क्योंकि भारत पहले इसमें 0-1 से पिछड़ रहा था और उसने वापसी करते हुए इसे अपने नाम किया था जिसमें चहल ने बेंगलुरू में निर्णायक मैच में 25 रन देकर छह विकेट से अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था।
कलाई की स्पिन इस मौजूदा सीरीज में भी निर्णायक कारक होगी। कुलदीप ने मैनचेस्टर में अपने प्रदर्शन से हलचल मचा दी थी लेकिन मेजबान ने दूसरे मैच के लिये अच्छी तैयारी की और पिच की थोड़ी मदद से दोनों कलाई के स्पिनरों को संभलकर खेला। वहीं इंग्लैंड के लाइन अप में थोड़ा बदलाव शानदार रहा। जो रूट को चौथे नंबर पर भेजा गया और कप्तान इयोन मोर्गन उनसे नीचे आए ताकि उन्हें क्रीज पर ज्यादा समय मिल सके। हालांकि इससे रूट को कोई फायदा नहीं हुआ और वह लगातार दूसरे मैच में गुगली को समझने में असफल रहे। हालांकि इससे एलेक्स हेल्स को साझेदारी बनाने में मदद मिली जिससे वह जीत में अहम रहे।
हेल्स को चोटिल आल राउंड बेन स्टोक्स के स्थान पर टीम में शामिल किया गया लेकिन उनकी मौजूदा फार्म को देखते हुए उन्हें बाहर करना कठिन होगा। स्टोक्स ने तीसरे मैच के लिए टीम में वापसी की है। टीमें इस प्रकार हैं :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, सुरेश रैना, मनीष पांडे, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, क्रुणाल पंड्या, भुवनेश्वर कुमार, दीपक चाहर, हार्दिक पंड्या, सिद्धार्थ कौल और उमेश यादव।
इंग्लैंड : इयोन मोर्गन (कप्तान), मोईन अली, जानी बेयरस्टो, जेक बॉल, जोस बटलर (विकेटकीपर), सैम कुर्रान, एलेक्स हेल्स, क्रिस जोर्डन, लियान प्लंकेट, आदिल राशिद, जो रूट, जेसन रॉय, डेविड विली, डेविड मलान, बेन स्टोक्स।