क्रिस गेल के बारे में सभी जानते हैं कि अगर वे अपने रंग में बल्लेबाजी करें तो किसी भी टीम की धज्जियां बिखेर सकते हैं। वर्ल्ड कप 2015 में वेस्टइंडीज़ के शुरुआती मैचों में गेल फॉर्म में नहीं थे, लेकिन जिम्बॉब्वे के खिलाफ मैच में गेल ने वह कारनामा कर दिया जो वर्ल्ड कप इतिहास में कभी नहीं हुआ। गेल ने दोहरा शतक लगाया।
वनडे क्रिकेट में अब तक चार दोहरे शतक बने हैं और ये सभी भारतीय बल्लेबाजों ने लगाए हैं। गेल से पहले भारत के सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और रोहित शर्मा ने वनडे में दोहरे शतक लगाए थे।
विश्व कप में यह पहला अवसर है जबकि किसी बल्लेबाज ने दोहरा शतक लगाया। इससे पहले इस टूर्नामेंट में एक पारी में सर्वाधिक स्कोर का रिकार्ड दक्षिण अफ्रीका के गैरी कर्स्टन के नाम पर था जिन्होंने यूएई के खिलाफ 1996 में रावलपिंडी में नाबाद 188 रन बनाए थे।
गेल ने अपनी पारी में 16 छक्के लगाए और इस तरह के वन-डे में एक पारी में सर्वाधिक छक्कों के पिछले रिकॉर्ड की बराबरी की। गेल का यह फॉर्म जारी रहा तो वे वर्ल्ड कप में बड़ी टीमों का खेल बिगाड़ सकते हैं।
गेल ने वेस्टइंडीज की 73 रन की जीत के बाद कहा, ‘मुझे ऐंठन की शिकायत हो रही थी और मैं थका हुआ महसूस कर रहा था।’
पहली गेंद पर ही पगबाधा की विश्वसनीय अपील पर रैफरल के जरिये बचने वाले गेल ने कहा, ‘मैं पहली ही गेंद पर आउट नहीं होना चाहता था। मुझे पर रन बनाने का दबाव था और मुझे ट्विटर और फोन पर प्रशंसकों के संदेश मिल रहे थे। मुझे कभी नहीं पता था कि इतने सारे लोग चाहते हैं कि क्रिस गेल अच्छा प्रदर्शन करे।’
गेल ने यह रिकॉर्ड पारी उस समय खेली है जब एक दिन पहले ही वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष डेव कैमरन ने एक प्रशंसक के उस ट्वीट को रिट्वीट करके विवाद खड़ा कर दिया था, जिसमें इस बल्लेबाज को संन्यास लेने की सलाह दी गई थी।