मैनचेस्टर। विश्व की नंबर 1 टीम और मेजबान इंग्लैंड आईसीसी विश्व कप की अंक तालिका में निचले पायदान की टीम अफगानिस्तान को मंगलवार को होने वाले मुकाबले में पूरी तरह धोने के इरादे से उतरेगी।
बारिश से बाधित अपने पिछले मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के हाथों हारकर टूर्नामेंट में लगातार चौथी हार का सामना कर चुकी अफगानिस्तान का अगला मैच विजय रथ पर सवार मेजबान इंग्लैंड से मंगलवार को मैनचेस्टर में होगा। इस मुकाबले में इंग्लैंड प्रबल दावेदार है जबकि अफगानिस्तान को टूर्नामेंट में बने रहने के लिए कोई करिश्मा करना होगा।
यह मुकाबला अफगानिस्तान के लिए टूर्नामेंट में आगे की तस्वीर काफी हद तक साफ करेगा। अफगान टीम को विश्व कप में बने रहने के लिए इस मुकाबले में हर हाल में जीत हासिल करनी होगी। अफगानिस्तान ने अभी तक 4 मुकाबले खेलें हैं और इस टूर्नामेंट में अपना खाता खोलने में नाकाम रही है जबकि मेजबान इंग्लैंड ने 4 मुकाबलों में 3 मैच जीते हैं और उसे एकमात्र हार पाकिस्तान के हाथों मिली है।
इंग्लैंड ने पाकिस्तान से मिली हार के बाद अपने पिछले दोनों मुकाबले जीते हैं। उन्होंने बांग्लादेश को 106 रनों के बड़े अंतर और विंडीज को 8 विकेट से पराजित किया था। हालांकि मेजबान टीम के लिए उनके कप्तान इयोन मोर्गन और सलामी बल्लेबाज जैसन रॉय की फिटनेस चिंता का सबब है। दोनों ही खिलाड़ी चोटिल होने के कारण विंडीज के खिलाफ मैच के बीच में ही मैदान से बाहर चले गए थे।
इंग्लैंड के लिए अच्छी बात है कि जैसन रॉय की अनुपस्थिति में ओपनिंग करने उतरे जो रूट अपनी फॉर्म में हैं और उन्होंने पिछले मैच में शतक जड़ा था। हालांकि रूट अफगानिस्तान के खिलाफ नंबर 3 के स्थान पर उतरेंगे, क्योंकि रॉय की जगह जेम्स विंस को अंतिम एकादश में स्थान मिल सकता है।
अफगानिस्तान के पास अच्छे स्पिन गेंदबाज हैं, जो मैच का रुख मोड़ सकते हैं लेकिन उन्हें अपनी बल्लेबाजी में बेहद सुधार की जरूरत है। अफगानिस्तान की टीम को विकेट पर टिककर पूरे 50 ओवर खेलने की कोशिश करनी होगी तभी वे मेजबान के सामने कोई चुनौती पेश कर पाएंगे।
इंग्लैंड और अफगानिस्तान के बीच अब तक सिर्फ 1 मुकाबला हुआ है, जो 2015 के पिछले विश्व कप में हुआ था और इंग्लैंड ने यह मैच डकवर्थ लुईस नियम के तहत 9 विकेट से जीता था। अफगानिस्तान ने 36.2 ओवरों में 7 विकेट पर 111 रन बनाए थे कि फिर बारिश आने से खेल रुक गया था। खेल शुरू होने पर इंग्लैंड को 25 ओवरों में 101 रन का लक्ष्य मिला था और उसने 18.1 ओवरों में ही 1 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया था। (वार्ता)