बर्मिंघम। विश्व कप 2019 में रविवार को अब तक की अपराजेय भारतीय टीम को मेजबान इंग्लैंड के हाथों पहली पराजय मिली। भारत की इस हार पर पाकिस्तान जार जार रोया। इसका कारण यह है कि भारत की हार से उसके सेमीफाइनल में पहुंचने की राह पहले से कहीं ज्यादा मुश्किल हो गई है जबकि एक और मैच की जीत इंग्लैंड के लिए सेमीफाइनल के दरवाजे खोल देगी।
एजबेस्टन में जब तक मैच शुरू नहीं हुआ था, उसके काफी पहले से पाकिस्तान टीम दुआ कर रही थी कि भारत यह मैच जीते ताकि इंग्लैंड सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो जाए। यही नहीं, वह बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम मैच जीतकर पाकिस्तान सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना भी देखने लगा था, लेकिन हुआ बिलकुल उलटा।
जहां एक ओर इंग्लैंड की जीत से उसने सेमीफाइनल में पहुंचने के अवसर बढ़ गए हैं, वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के कम हो गए हैं। यदि पाकिस्तान अपना अंतिम मैच जीत भी जाता है (हालांकि बांग्लादेश छुपा रुस्तम है और वह कुछ भी कर सकता है) तो भी उसके लिए सेमीफाइनल के दरवाजे आसानी से नहीं खुलेंगे।
ऑस्ट्रेलिया 8 मैचों में 14 अंक लेकर सेमीफाइनल में है जबकि भारत 7 मैचों में 11, न्यूजीलैंड 8 मैचों में 11 अंकों के साथ क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर है। इंग्लैंड के 8 मैचों में 10 अंक हैं तो पाकिस्तान के 8 मैचों में 9 अंक। इंग्लैंड का नेट रन रेट +1.000 है जबकि पाकिस्तान का -0.792। ऐसे में आने वाले मैच दिलचस्प होने वाले हैं।
यदि पाकिस्तान बांग्लादेश से जीत जाता है तो उसने 11 अंक होंगे और इंग्लैंड न्यूजीलैंड से हार जाता है तो उसके 10 अंक ही रहेंगे। ऐसे में सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए इंग्लैंड को यह मैच हर हाल में जीतना होगा।
भारत को अपने अगले मैच 2 जुलाई को बांग्लादेश से और 6 जुलाई को श्रीलंका से खेलने हैं। बांग्लादेश के 7 मैचों में 7 अंक और श्रीलंका के 7 मैचों में 6 अंक हैं। अफगानिस्तान और श्रीलंका दोनों ही टीमें सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गई है। बहरहाल, इस वक्त जिस टीम की हालत सबसे ज्यादा खस्ता है, वह 1992 की चैम्पियन पाकिस्तान टीम ही है।