वायु प्रदूषण के कारण सोमवार को श्रीलंका-बांग्लादेश विश्व कप मैच पर खतरे के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने यह सुनिश्चित करने के लिए प्रसिद्ध श्वसन रोग विशेषज्ञ रणदीप गुलेरिया से सलाह मांगी है कि खेल निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार हो।श्रीलंका के खिलाफ बांग्लादेश के मैच को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है क्योंकि पिछले चार दिन से शहर में जहरीली धुंध की मोटी परत छाई हुई है।एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) के कम से कम मंगलवार तक गंभीर श्रेणी में रहने की संभावना है।
मैच अधिकारियों द्वारा सोमवार को निर्णय लिया जाएगा लेकिन आईसीसी ने खतरनाक वायु प्रदूषण से बचने के लिए पानी का छिड़काव करने और ड्रेसिंग रूम में एयर प्यूरिफायर (हवा को साफ करने वाले यंत्र) लगाए हैं।
आईसीसी के एक प्रवक्ता ने पीटीआई को बताया, बीसीसीआई ने सोमवार के मुकाबले से पहले दिल्ली में स्थिति का आकलन करने और स्वतंत्र विशेषज्ञ सलाह प्रदान करने के लिए प्रसिद्ध श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉ. रणदीप गुलेरिया की सेवाएं ली हैं।
उन्होंने कहा, डॉ. गुलेरिया के मार्गदर्शन में, आयोजन स्थल की टीम पूरे दिन राहत पहुंचाने वाले कार्य करती रही जिसमें परिसर के चारों ओर पानी का छिड़काव और ड्रेसिंग रूम तथा मैच अधिकारियों के क्षेत्रों में एयर प्यूरिफायर लगाना शामिल है।
इन कदमों से आसपास के क्षेत्र में प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद मिली है।प्रवक्ता ने कहा, स्टेडियम के भीतर एक्यूआई की पूरे दिन निगरानी की गई जो डॉ. गुलेरिया द्वारा स्वीकार्य स्तर तक कम हो गई है।
श्रीलंका ने शनिवार को खुले में अभ्यास नहीं करने का फैसला किया। बांग्लादेश ने कल शाम फिरोज शाह कोटला में मास्क पहनकर अभ्यास किया था। वायु प्रदूषण के कारण बांग्लादेश ने हालांकि शुक्रवार को अपना शुरुआती अभ्यास सत्र रद्द कर दिया था।
बांग्लादेश की टीम आज दोपहर अभ्यास के लिए उतरी और बल्लेबाजों ने नेट पर अपने कौशल को निखारा।लिटन दास ने नेट पर सबसे अधिक समय बिताया जबकि मुश्फिकुर रहीम, नजमुल हुसैन शंटो ने भी अभ्यास किया लेकिन तेज गेंदबाज नेट अभ्यास में शामिल नहीं हुए।
वायु प्रदूषण के कारण अधिकांश क्रिकेटर और सहयोगी स्टाफ मास्क पहने हुए थे।यह पहली बार नहीं है कि राष्ट्रीय राजधानी में ऐसी परिस्थितियों में कोई मैच हो रहा है। श्रीलंकाई खिलाड़ियों को 2017 में भारत के खिलाफ टेस्ट मैच के दौरान मास्क पहनकर खेलना पड़ा था। बांग्लादेश के क्रिकेटरों ने भी 2019 में एक टी20 में ऐसा ही किया था।
उस समय कई श्रीलंकाई खिलाड़ियों को सांस संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा था जबकि कुछ ने खतरनाक परिस्थितियों के कारण ड्रेसिंग रूम में उल्टी भी की थी। (भाषा)