इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने बांग्लादेश के खिलाफ मंगलवार को विश्व कप के मुकाबले से पहले एचपीसीए की आउटफील्ड को खराब बताया है।इससे पहले अफगानिस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट ने भी आउटफील्ड की आलोचना की थी जहां उनकी टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ मैच खेला था।
बटलर ने मैच से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा , आउटफील्ड को लेकर चिंतायें हैं। मेरे विचार से यह खराब आउटफील्ड है। इस पर फील्डिंग के दौरान काफी सावधानी बरतनी होगी।उन्होंने कहा , आप एक एक रन बचाने के लिये डाइव करना चाहते हैं लेकिन यहां उससे बचना होगा। यह वैसी आउटफील्ड नहीं है जैसी आईपीएल के दौरान देखने को मिलती है।
अफगानिस्तान और बांग्लादेश के बीच मैच के दौरान कई खिलाड़ी एचपीसीए की आउटफील्ड पर फिसल गए। उन्होंने कहा , आप एक एक रन बचाने के लिये डाइव करना चाहते हैं लेकिन यहां उससे बचना होगा। यह वैसी आउटफील्ड नहीं है जैसी आईपीएल के दौरान देखने को मिलती है।
अफगानिस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट एचपीसीए स्टेडियम की आउटफील्ड पर निराशा जतायी
अफगानिस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट ने एचपीसीए स्टेडियम की आउटफील्ड पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी टीम की किस्मत अच्छी थी कि कुछ खिलाड़ियों को क्षेत्ररक्षण के दौरान चोट नहीं लगी।अफगानिस्तान शनिवार को विश्व कप के अपने पहले मैच में बांग्लादेश के खिलाफ छह विकेट से हार गया। मैच के दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ी क्षेत्ररक्षण के दौरान कुछ मौकों पर खराब आउटफील्ड के कारण फिसल गये।
ट्रॉट ने कहा, मुझे लगता है कि अगर आपके खिलाड़ी इस बात को लेकर पसोपेश हैं कि वे डाइव लगा सकते हैं या नहीं। खिलाड़ी चोटिल होने के बारे में चिंतित हैं, तो मेरा मतलब है, हम भाग्यशाली हैं कि मुजीब (उर रहमान) को घुटने में गंभीर चोट नहीं लगी है।
इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ने इसे हालांकि अपनी टीम की हार का कारण नहीं माना लेकिन उम्मीद जताई कि इसमें सुधार किया जायेगा।ट्रॉट ने कहा, इस पर अधिकारियों को काम करना होगा लेकिन मैं निश्चित रूप से अपनी टीम के हार के लिए इसे कोई दोष नहीं दे रहा हूं। भविष्य के मैचों को लेकर इसपर ध्यान दिया जाना चाहिये।
धर्मशाला स्टेडियम में आउटफील्ड को टूर्नामेंट से पहले फिर से तैयार किया गया है। इस स्थल पर विश्व कप के चार और मैच होने है।इसी मैदान पर भारत बनाम न्यूजीलैंड का मैच 22 अक्टूबर को खेला जायेगा।