रोहित की मांद में लंका को सिर्फ चमत्कार ही दिला सकती है जीत
आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारत का सामना खराब फॉर्म से जूझ रही श्रीलंका से
INDvsSL बारह बरस पहले इसी मैदान पर खिताब जीतकर एक अरब देशवासियों को अप्रैल में दीवाली मनाने का मौका देने वाली भारतीय टीम एक बार फिर बृहस्पतिवार को उसी प्रतिद्वंद्वी श्रीलंका से विश्व कप का लीग मैच खेलेगी तो इस बार मुकाबला निहायत ही बेमेल होगा।
विश्व कप 2011 कर फाइनल जहां बराबरी का मुकाबला था , वहीं इस बार की टक्कर बेमेल होगी। तीसरे खिताब की ओर अग्रसर भारतीय टीम जबर्दस्त फॉर्म में है तो श्रीलंका हार दर हार से बेजार है। लगातार छह मैच जीत चुकी भारतीय टीम को सही मायने में अब तक कोई चुनौती नहीं मिली है। भारत ने हर विभाग में एक चैम्पियन की तरह प्रदर्शन किया है। आत्मविश्वास के उफान का कारण यह भी है कि कठिन हालात से भारत ने वापसी करके जीत दर्ज की है मसलन चेन्नई में आस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच रन पर तीन विकेट गंवाना हो या इंग्लैंड के खिलाफ लखनऊ में नौ विकेट पर 229 रन के साधारण स्कोर के बावजूद जीत दर्ज करना हो।
इसने विरोधी टीमों के लिये भी खतरे की घंटी बजा दी है कि रोहित शर्मा की टीम का सामना करने के लिये उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा । हार्दिक पंड्या की गैर मौजूदगी में मोहम्मद शमी को मौका दिया गया जिन्होंने दो मैचों में नौ विकेट लेकर चयनकर्ताओं के लिये सुखद सिरदर्द पैदा कर दिया है। कप्तान रोहित और कोच राहुल द्रविड़ को पता है कि शमी को आगे के बड़े मुकाबलों के लिये सुरक्षित रखना होगा। पंड्या की वापसी को लेकर अभी कोई समाचार नहीं है लेकिन भारत की युवा ब्रिगेड का प्रदर्शन जरूर चिंता का सबब है।
लगातार अच्छा प्रदर्शन करके विश्व कप में आये शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर अभी तक कोई बड़ी पारी नहीं खेल सके हैं। गिल डेंगू के कारण पहले दो मैच नहीं खेल सके थे और वापसी के बाद भी सिर्फ एक अर्धशतक जमा सके हैं। इस साल 24 वनडे में पांच शतक और छह अर्धशतक समेत 1334 रन बना चुके गिल को अपना विकेट फेंकने से बचना होगा । शॉर्ट गेंदों के खिलाफ उनकी कमजोरी जाहिर है जबकि अय्यर भी गेंदबाजों पर दबाव नहीं बना सके हैं । अय्यर ने छह मैचों में सिर्फ एक अर्धशतक बनाया है।
कई मौकों पर वह फिनिशर की भूमिका निभाने में नाकाम रहे। अब अपने घरेलू मैदान पर पिछली नाकामियों को भुलाकर उन्हें बेहतर प्रदर्शन करना होगा । रोहित, सूर्यकुमार यादव और शार्दुल ठाकुर का भी यह घरेलू मैदान है। इस विश्व कप में 66 . 33 की औसत से भारत के लिये सर्वाधिक 398 रन बना चुके रोहित अपने बल्ले से रनों की बौछार करके घरेलू दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करना चाहेंगे। वहीं क्वालीफिकेशन दौर में शानदार प्रदर्शन करने वाली श्रीलंकाई टीम विश्व कप में नाकाम रही । प्रमुख खिलाड़ियों की चोटों और अनुपलब्धता ने उसकी परेशानी और बढा दी है। श्रीलंका के लिये सदीरा समरविक्रमा ने छह मैचों में सर्वाधिक 331 रन बनाये हैं जिसमें एक शतक शामिल है। पाथुम निसांका ने भी इस साल एक हजार से अधिक वनडे रन बनाये हैं। विश्व कप में उन्होंने लगातार चार अर्धशतक जड़े हैं। कप्तान कुसल मेंडिस और एंजेलो मैथ्यूज के रूप में श्रीलंका के पास मैच विनर खिलाड़ी हैं । श्रीलंका के गेंदबाजों ने भी अच्छा प्रदश्रन किया है लेकिन अनुभव के अभाव में भारतीय बल्लेबाज उनके लिये बड़ी चुनौती साबित होंगे। (भाषा)
टीमें :
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), हार्दिक पंड्या, शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, लोकेश राहुल, रविंद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, रविचंद्रन अश्विन इशान किशन ,सूर्यकुमार यादव।
श्रीलंका: कुसल मेंडिस (कप्तान), कुसल परेरा, पथुम निसांका, दुशमंत चमीरा, दिमुथ करुणारत्ने, सदीरा समरविक्रमा, चैरिथ असलांका, धनंजय डी सिल्वा, महेश तीक्षणा, डुनिथ वेलालेज, कासुन राजिथा, एंजेलो मैथ्यूज, दिलशान मदुशंका, दुशान हेमंथा, चमिका करुणारत्ने.