इंदौर। गुमाश्ता नगर में बर्तन कारोबारी के घर से एक करोड़ रुपए की चोरी के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। घर की बहू माधुरी ने अपने भाई वैभव पिता शंकरलाल निवासी वेंकटेश नगर के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस के अनुसार, बहू ने योजनाबध्द तरीके से घर का दरवाजा खुला रखा था ताकि ताकि घर में आसानी से प्रवेश कर माल चुराया जा सके। पुलिस ने 85 लाख रुपए के जेवर भी बरामद कर लिए हैं। जो आरोपितों ने एक पोटली में बांधकर छिपा रखे थे। चोरी में सहयोग करने के लिए पुलिस ने अरबाज पिता याकूब निवासी मोमिनपुरा को भी गिरफ्तार कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि रोहित और राहुल पिता कैलाश अग्रवाल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उनके घर में बुधवार शाम को चोरी हो गई। रोहित ने बताया कि रोज की तरह पिता, छोटा भाई राहुल और मैं दुकान पर चले गए थे। घर पर मां कोमल, पत्नी, छोटे भाई की पत्नी और बेटी क्रिशा घर पर थे।
दोपहर करीब दो बजे पत्नी किसी काम से बाजार चली गईं थीं। शाम को करीब छह बजे मां की तबियत खराब हुई तो भाभी माधुरी और उनकी बेटी क्रिशा उन्हे अस्पताल ले गई। करीब दो घंटे बाद जब पत्नी और बेटी मां के साथ वापस आई तो देखा कि मुख्य दरवाजे का ताला टूटा है और घर में चोरी हो चुकी है।
रोहित ने पुलिस को बताया कि गहने पुराने और पुश्तैनी हैं। ऐसे में उनकी सही कीमत बताना मुश्किल है लेकिन उनकी कीमत एक करोड़ रुपए से अधिक है।
इस सनसनीखेज घटना को लेकर शुरू से ही करीबियों पर शक था। उसने शुक्रवार को घर में काम करने वाली सहायिकाओं से ढाई घंटे तक पूछताछ की। परिवार के सभी सदस्यों से भी सवाल पूछे। बाद में पुलिस ने फिर से पूछताछ की तो बहू की भूमिका निकली और उसने सच उगल दिया। बहू ने यह भी बताया कि नकदी चोरी की जानकारी गलत दी थी, क्योंकि पुलिस रिपोर्ट में हमेशा कम राशि ही लिखती है।