15 दिसंबर : लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर पढ़ें उनके अनमोल विचार जो सिखाते हैं जीवन का पाठ
भारत को एकता के सूत्र में पिरोने वाले सरदार पटेल के इन विचारों को करें आत्मसात
Sardar Vallabh bhai Patel Death anniversary : भारत के लौह पुरुष, सरदार वल्लभभाई पटेल का नाम देश के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। उन्होंने भारत को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति, साहस और नेतृत्व क्षमता से राष्ट्र के निर्माण में योगदान दिया। उनकी पुण्यतिथि पर उनके विचारों को याद करना हमें प्रेरणा देता है और सही दिशा में आगे बढ़ने की सीख देता है।
सरदार वल्लभभाई पटेल के 10 अनमोल विचार
1. स्वयं को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।
2. शक्ति के अभाव में विश्वास किसी काम का नहीं है। विश्वास और शक्ति, दोनों किसी भी महान कार्य को पूरा करने के लिए आवश्यक हैं।
3. व्यक्ति की पहचान उसके कार्यों से होती है, ना कि उसके शब्दों से।
4. साझा प्रयास से हम देश को एक नई ऊंचाई तक पहुंता सकते हैं, जबकि एकता की कमी हमारे लिए नई आपदाएं उजागर करेगी।
5. जब कठिन समय आता है, तो कायर और बहादुर का फर्क पता चल जाता है, क्योंकि उस समय कायर बहाना ढूंढते हैं और बहादुर रास्ता खोजते हैं।
6. संस्कृति समझ-बूझकर शांति पर रची गई है। मरना होगा तो वे अपने पापों से मरेंगे। जो काम प्रेम, शांति से होता है, वह वैर-भाव से नहीं होता।
7. जीवन में आप जितने भी दुःख और सुख के भागी बनते हैं, उसके पूर्ण रूप से जिम्मेदार आप स्वंय ही होते हैं। इसमें ईश्वर का कोई भी दोष नहीं होता।
8. आपको अपना अपमान सहने की कला आनी चाहिए।
9. जब जनता एक हो जाती है, तब उसके सामने क्रूर से क्रूर शासन भी नहीं टिक सकता। अतः जात-पांत के ऊंच-नीच के भेदभाव को भुलाकर सब एक हो जाइए।
10. बड़ी उपलब्धियां कभी आसानी से नहीं मिलतीं, वे संघर्ष और त्याग की मांग करती हैं।