स्वामी विवेकानंद पुण्यतिथि पर पढ़ें 10 बेस्ट कोटेशन
, शुक्रवार, 4 जुलाई 2025 (11:35 IST)
Inspirational quotes by Swami Vivekananda: आज, 4 जुलाई 2025, स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि है। स्वामी विवेकानंद, जो मूल रूप से नरेंद्रनाथ दत्त के नाम से जाने जाते थे, एक महान भारतीय संत, दार्शनिक और आध्यात्मिक नेता थे। उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की और वेदांत दर्शन को पश्चिमी दुनिया में लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका जीवन और शिक्षाएं आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करती हैं।
उनकी पुण्यतिथि पर, आइए उनके 10 सर्वश्रेष्ठ प्रेरणादायक उद्धरणों को याद करें:
स्वामी विवेकानंद के 10 सर्वश्रेष्ठ प्रेरणादायक उद्धरण
1. 'उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।'
- यह उनका सबसे प्रसिद्ध और प्रेरक उद्धरण है, जो परिश्रम और दृढ़ता का संदेश देता है।
2. 'जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते, तब तक आप ईश्वर पर विश्वास नहीं कर सकते।'
- यह आत्म-विश्वास और आत्म-सम्मान के महत्व पर जोर देता है, जिसे वे आध्यात्मिक विकास के लिए आवश्यक मानते थे।
3. 'जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी।'
- यह कठिनाइयों का सामना करने और उनसे सीखने की प्रेरणा देता है, क्योंकि वे सफलता की सीढ़ियाँ होती हैं।
4. 'शक्ति जीवन है, कमजोरी मृत्यु है।'
- विवेकानंद ने हमेशा आंतरिक और बाहरी शक्ति को महत्व दिया, चाहे वह शारीरिक हो, मानसिक हो या आध्यात्मिक।
5. 'एक विचार लो। उस विचार को अपना जीवन बना लो- उसके बारे में सोचो, उसके सपने देखो, उस विचार पर जियो। अपने मस्तिष्क, मांसपेशियों, नसों, शरीर के हर हिस्से को उस विचार से भर दो, और बस हर दूसरे विचार को छोड़ दो। यही सफलता का रास्ता है।'
- यह समर्पण और एकाग्रता की शक्ति को दर्शाता है, जो किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आवश्यक है।
6. 'ब्रह्मांड की सभी शक्तियां पहले से ही हमारी हैं। यह हम ही हैं जो अपनी आंखों पर हाथ रखते हैं और रोते हैं कि अंधेरा है।'
- यह हमें हमारी असीमित आंतरिक क्षमता की याद दिलाता है और सिखाता है कि बाधाएं अक्सर हमारे अपने मन की बनाई होती हैं।
7. 'पवित्रता, धैर्य और दृढ़ता, ये तीनों सफलता के लिए आवश्यक हैं।'
- ये तीन गुण किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए आधार स्तंभ माने जाते हैं।
8. 'तुम्हें अंदर से बाहर की ओर विकसित होना है। कोई तुम्हें सिखा नहीं सकता, कोई तुम्हें आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुम्हारी अपनी आत्मा के अलावा कोई और गुरु नहीं है।'
- यह आत्म-खोज और आंतरिक विकास के महत्व पर जोर देता है, जहां सच्ची शिक्षा और आध्यात्मिकता भीतर से आती है।
9. 'हम वो हैं जो हमारी सोच ने हमें बनाया है, इसलिए इस बात का ध्यान रखिए कि आप क्या सोचते हैं। शब्द गौण हैं, विचार मुख्य हैं और वे दूर तक यात्रा करते हैं।'
- यह विचारों की शक्ति और उनके हमारे जीवन पर पड़ने वाले गहरे प्रभाव को स्पष्ट करता है।
10. 'किसी दिन, जब आपके सामने कोई समस्या न आए- आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत रास्ते पर चल रहे हैं।'
- यह दर्शाता है कि चुनौतियां और समस्याएं जीवन का एक स्वाभाविक हिस्सा हैं और वे हमें आगे बढ़ने और सीखने में मदद करती हैं।
स्वामी विवेकानंद के ये उद्धरण न केवल हमें प्रेरित करते हैं, बल्कि हमें जीवन को एक उद्देश्य के साथ जीने और अपनी पूरी क्षमता को पहचानने का मार्ग भी दिखाते हैं।
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