लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार से defense expo 2020 की शुरुआत हो रही है। 5 दिन तक चलने वाले एक्सपो में अमेरिका, रूस, इजरायल व फ्रांस सहित दुनिया के 54 देश शामिल हो रहे हैं। आधी दुनिया की कंपनियां अपने अत्याधुनिक हथियारों की ताकत दिखाएगी।
डिफेंस एक्सपों में एक तरफ अमेरिका, ईरान, सऊदी और इजराइल की कंपनियां आमने सामने रहेंगी। हालांकि एक्सपो में चीन और पाकिस्तान नहीं दिखाई देंगे।
एमबीडीए भी डिफेंस एक्सपो में लेगी हिस्सा : इसके अलावा रफाल फाइटर जेट की मिटयोर और स्कैल्प मिसाइल तैयार करने वाली यूरोपियन कंपनी, एमबीडीए भी डिफेंस एक्सपो में अपनी मिसाइल की प्रदर्शनी करने वाली है।
दूसरी बड़ी विदेशी कंपनी और एवियिशन की दुनिया में बड़ा नाम, एयरबस भी डिफेंस एक्सपो में शिरकत कर रही है। इसके अलावा अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन और बीएई भी लखनऊ पहुंची हैं।
रशिया की कंपनियों का रहेगा बोलबाला : हर बार की तरह रशिया की कंपनियों का भी डिफेंस एक्सपो में बोलबाला रहने वाला है। कामोव हेलीकॉप्टर बनाने वाली, 'रशियन हेलीकॉप्टर्स' भी डिफेंस एक्सपो में हिस्सा ले रही है।
हाल ही में एलएंडटी के साथ मिलकर के9 वज्र तोप बनाने वाली दक्षिण कोरियाई कंपनी, हेनवा भी डिफेंस एक्सपो में अपनी मौजूदगी मजबूती से दर्ज करा रही हैं।
एलएंडटी, एमकेयू (जिसे बुलेटप्रुफ जैकेट, फौजी हेलमेट और नाइट विजन डिवाइस बनाने में महारत हासिल है), भारतफोर्ज और कानपुर की हंस एनर्जी जिसने खास तौर से ऐसे हथियार बनाए हैं जिनमें खास ट्रैकिंग चिप लगी हैं और लूटपाट की स्थिति में लोकेट किया जा सकता है।
इस बार के डिफेंस एक्सपो के थीम, 'डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन ऑफ डिफेंस' के तर्ज पर फ्रांसीसी कंपनी, थेलस भी आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस और डिजिटाईजेशन पर जोर देते हुए लखनऊ पहुंच रही है।