लखनऊ। उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में पहली बार आयोजित हो रहे डिफेंस एक्सपो के दरवाजे शनिवार को आम जनता के लिए खोल दिए गए। रक्षा क्षेत्र में देश के शौर्य के प्रतीक बने इस आयोजन में शामिल होने के लिए खासी भीड़ उमड़ पड़ी।
गोमती रिवर फ्रंट पर लोगों के लिए रक्षा सेनाओं के शौर्य की गाथा कहने वाले आयुध उपकरणों और युद्ध की झांकी पेश की गई। उत्साहित लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ जवानों का हौसला बढ़ाया। लोगों ने इन दृश्यों को अपने मोबाइल फोन के कैमरे में कैद किया।
इस दौरान विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शित किए गए टैंक, हेलीकॉप्टर तथा अन्य आयुध साजो-सामान के साथ सेल्फी लेने की होड़ भी लग गई। स्कूल और कॉलेजों के छात्रों के बीच भी इस आयोजन को लेकर खासा उत्साह नजर आया।
राजधानी के एक निजी स्कूल के छात्र गौरव त्रिपाठी ने बताया कि अभी तक हम 26 जनवरी को परेड के दौरान टेलीविजन पर देश की सैन्य ताकत का एहसास करते थे लेकिन आज इसे प्रत्यक्ष रूप से देखना एक अभूतपूर्व अनुभव है।
अपने परिवार के साथ एक्सपो देखने पहुंचे कारोबारी अमित कुमार ने कहा कि वे भीड़भाड़ के बावजूद अपने बच्चों को इसलिए एक्सपो दिखाने लाए हैं ताकि वे देश की आन-बान-शान को करीब से महसूस कर सकें। यह एक ऐतिहासिक अनुभव है, जो सारी जिंदगी याद रहेगा।
डिफेंस एक्सपो जाने के लिए आम लोगों के वास्ते मुफ्त बस सेवा शुरू की गई है। शनिवार और रविवार को दर्शकों को आने-जाने के लिए एसी बसों की सुविधा मिलेगी। क्षेत्रीय परिवहन प्रबंधक पल्लव बोस ने बताया कि प्रदर्शनी स्थल तक 13 मार्गों पर 8 और 9 फरवरी को ही नि:शुल्क बसें उपलब्ध होंगी। बसें सुबह 8 से शाम 6 बजे मेले की समाप्ति तक मिलेंगी।
राजधानी के वृंदावन योजना क्षेत्र में आयोजित एक्सपो को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ने के कारण एक्सपो स्थल तक पहुंचने वाले तमाम मार्गों पर काफी जाम लग गया जिससे लोगों को खासी दिक्कतें भी हुईं।
'डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ डिफेंस' थीम पर होने वाला यह एक्सपो हर लिहाज से अब तक का सबसे बड़ा ऐसा आयोजन है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस एक्सपो के परिणामस्वरूप उत्तरप्रदेश रक्षा उत्पादन और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी उत्पादन में दुनिया का महत्वपूर्ण स्थल बन जाएगा।
लखनऊ में पहली बार आयोजित हो रहा यह एक्सपो प्रदर्शनी लगाने वालों की संख्या, आयोजन क्षेत्र और राजस्व प्राप्ति के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी है। एक्सपो में 150 से अधिक विदेशी समेत 1,000 से ज्यादा आयुध निर्माता कंपनियों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया।