बताया जा रहा है कि हाल ही में हुए महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा गठबंधन को मिली भारी जीत के बाद विपक्षी गठबंधन ने ईवीएम पर सवाल उठाए थे। दिल्ली में चुनावों के एलान से पहले भाजपा और आप में वोटिंग लिस्ट को लेकर जमकर घमासान हुआ। इन सब के बीच चुनाव आयोग की जमकर छिछालेदारी हुई। चुनाव आयोग इन सबसे से खासा नाराज है।
राजीव कुमार ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तिथि की घोषणा करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चुनाव धनबल से मुक्त हो। उन्होंने कहा कि हाल के चुनावों के दौरान, इस बात पर हंगामा हुआ था कि कुछ हेलीकॉप्टरों की जांच की गई। लोग मतदान अधिकारियों को धमकी देने पर भी उतर आए थे, लेकिन हम खुद को नियंत्रित रखते हैं क्योंकि यदि हमने कुछ कहा तो इससे समान अवसर की स्थिति पर असर पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि स्टार प्रचारक और राजनीतिक अभियान में शामिल लोग यह सुनिश्चित करने के लिए बाध्य हैं कि शिष्टाचार का पालन किया जाए...इस बार हम बहुत कठोर होंगे। स्टार प्रचारकों को इस तरह से कार्य नहीं करना चाहिए जो आम मतदाताओं को हतोत्साहित करता हो।
कुमार ने यह भी कहा कि महिलाओं के खिलाफ किसी भी टिप्पणी को लेकर आयोग का रुख सख्त होगा। उन्होंने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट और निर्वाचन अधिकारी निष्पक्ष स्थिति और प्रत्येक उम्मीदवार के लिए समान अवसर सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि हम राजनीतिक दलों से भी अनुरोध करेंगे कि वे अधिकारियों पर अनुचित दबाव न बनाएं। उन्होंने कहा कि पार्टियां लिखित में कोई भी स्पष्टीकरण मांग सकती हैं।
दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा जबकि मतों की गिनती तीन दिन बाद 8 फरवरी को की जाएगी। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है।
Edited BY : Nrapendra Gupta