Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

Alka Lamba : अलका लांबा की प्रोफाइल, दिल्ली चुनाव में CM आतिशी और रमेश बिधूड़ी को देंगी चुनौती

Advertiesment
हमें फॉलो करें Alka Lamba : अलका लांबा की प्रोफाइल, दिल्ली चुनाव में CM आतिशी और रमेश बिधूड़ी को देंगी चुनौती
Alka Lamba hindi profile : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में कालकाजी विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला है। आप ने यहां मुख्मयंत्री आतिशी को उतारा है तो कांग्रेस से अलंका लांबा और भाजपा से यहां रमेश बिधूड़ी चुनाव मैदान में हैं। अलका लांबा और विवादों का पुराना नाता रहा है। वे आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले कांग्रेस में ही थीं। भाजपा विधायक ओपी शर्मा से झड़प से लेकर दिल्ली की एक शॉप में तोड़फोड़ के साथ ही राजीव गांधी पर दिल्ली विधानसभा में आप द्वारा लाए गए प्रस्ताव के विरोध में खड़े होने के साथ ही वे कई विवादों से जुड़ी रही हैं।
राजनीतिक करियर : अलका लांबा ने छात्र नेता के तौर पर राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। वे दिल्ली विश्वविधालय के अध्यक्ष के रूप में भी चुनी जा चुकी है। 2002 में अलका को अखिल भारतीय महिला कांग्रेस का महासचिव भी नियुक्त किया जा चुका हैं। वे 2006 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा बन गईं। उन्हें दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किया और 2013 दिसंबर में अलका लांबा ने कांग्रेस छोड़ अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी में शामिल हो गईं।

अलका लांबा 2015 में आप के टिकट पर चांदनी चौक से निर्वाचित हुई थीं। उन्होंने 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए भाजपा उम्मीदवार सुमन गुप्ता को 18 हजार से अधिक मतों से हराया था। 2019 में दोबारा कांग्रेस का दामन थाम लिया था। 2020 के विधानसभा चुनाव में अलका लांबा ने कांग्रेस के टिकट पर चांदनी चौक सीट से चुनाव लड़ा था। लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार प्रहलाद सिंह साहनी ने यह सीट जीती थी। इस चुनाव में अलका लांबा तीसरे स्थान पर रहीं।
 
विवादों से रहा नाता : अलका लांबा की शादी लोकेश कपूर से हुई थी, लेकिन कुछ समय बाद ही दोनों अलग हो गए। उनके पति लोकेश ने उन पर 2003 में आरोप लगाया था कि अलका ने लोकेश का सुभाष नगर वाला मकान अवैध तरीके से हथिया कर अपना राजनीतिक दफ्तर बना लिया है। अलका अपना एक एनजीओ भी चलाती हैं जिसका नाम गो इंडिया फाउंडेशन है। यह एनजीओ पहली बार 2015 में चर्चा में आया था।
ALSO READ: प्रवेश वर्मा की प्रोफाइल, त्रिकोणीय मुकाबले में बढ़ाया रोमांच, मिली जीत तो हो सकते हैं CM पद के दावेदार
उस साल एनजीओ के माध्यम से 15 अगस्त के दिन एक साथ 65 हजार लोगों ने रक्तदान किया था। अलका लांबा क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के रिटायरमेंट टेस्ट के दौरान भी चर्चा में आई थीं। मुंबई में जब उस मैच में राहुल गांधी पहुंचे थे तो उन्हें दुर्भाग्यशाली (अनलकी) बताया गया था। उस दौरान अलका लांबा कांग्रेस में ही थीं और उन्होंने ही सबसे पहले मीडिया में आकर राहुल गांधी का बचाव किया था। 
जन्म और शिक्षा : अलका लांबा का जन्म 21 सितंबर 1975 को हुआ था। उनके माता-पिता अमरनाथ लांबा और राजनाथ लांबा हैं। अलंका लांबा ने  दिल्ली के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल नंबर 1 से पढ़ाई की। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के दयाल सिंह कॉलेज और सेंट स्टीफंस कॉलेज से M.Sc. और M.Ed. किया। दिल्ली विश्वविद्यालय से उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi