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अहंकार ईश्वर का भोजन है, AAP की हार पर कुमार विश्वास का तंज, कहा, जिसने सिद्धियां दीं, उसे ही आंखें दिखाई

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शनिवार, 8 फ़रवरी 2025 (16:38 IST)
दिल्‍ली विधानसभा में आम आदमी की करारी हार के बाद अब पार्टी पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। दिल्‍ली में भाजपा सरकार बनाती दिख रही है। यहां तक कि केजरीवाल खुद हार गए हैं। प्रवेश वर्मा ने उनके खिलाफ जबरदस्‍त जीत दर्ज की है। जनता का केजरीवाल की पार्टी से मोह भंग होता दिखाई दे रहा है। अब कुमार विश्‍वास ने पार्टी पर जमकर हमला बोला है। उन्‍होंने केजरीवाल को लेकर भी सवाल उठाए हैं। उन्‍होंने दिल्‍ली के शराब कांड से लेकर खुद को पार्टी से अलग करने तक के बारे में खुलकर बोला है।

अहंकार ईश्वर का भोजन है : कुमार विश्वास ने सोशल मीडिया एक्स पर तंज भरा ट्वीट किया है। जिसमें वीडियो के साथ उन्होंने लिखा है कि अहंकार ईश्वर का भोजन है। खुद को इतना शक्तिशाली मत समझो कि जिन्होंने हमें सिद्धियां दी हैं, उन्हीं को आप आंखें दिखाने लगो।

याद रखिएगा कि आपकी सफलता के पीछे कृष्ण जैसे ऐसे असंख्य लोग हैं, जिनकी चुपचाप और अदृश्य शुभकामनाओं के कारण आप इस विजय रथ पर सवार हुए हैं। जब भी आपको यह लगने लगे कि आपने ये ऐतिहासिक सफलता आपने अपनी शक्ति के दम पर पा ली है तो आप बस उन लोगों के बारे में सोचिए, जिनके सहयोग के बिना आपकी ये यात्रा आसान नहीं होती। बता दें कि जनलोकपाल आंदोलन में कुमार विश्वास और अरविंद केजरीवाल सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में नजर आए थे। अन्ना हजारे के मार्गदर्शन में दोनों ही नेताओं ने राजनीति की दुनिया में अपनी पहचान बनाई थी।

इसलिए चुनाव हारे : इस बार के चुनाव में आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर है। नई दिल्ली सीट से खुद अरविंद केजरीवाल हार गए हैं। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि मैं हमेशा से कह रहा हूं कि चुनाव लड़ते समय उम्मीदवार का आचार, विचार और चरित्र का शुद्ध होना चाहिए। छवि पर कोई दाग नहीं होना चाहिए।

वे शराब और पैसे में उलझ गए : कुमार विश्‍वास ने कहा कि उन्हें यह बात समझ में नहीं आई। वे शराब और पैसे में उलझ गए। इससे अरविंद केजरीवाल की छवि खराब हुई और इसलिए उन्हें चुनाव में कम वोट मिल रहे हैं। लोगों ने देखा कि वे चरित्र की बात करते हैं लेकिन शराब में लिप्त रहते हैं। राजनीति में आरोप लगते रहते हैं। किसी को यह साबित करना पड़ता है कि वह दोषी नहीं है। सच सच ही रहेगा। जब बैठक हुई, तो मैंने तय कर लिया कि मैं पार्टी का हिस्सा नहीं रहूंगा और मैं उस दिन से पार्टी से दूर हूं।
Edited By: Navin Rangiyal

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