what to buy on dhanteras: धनतेरस का त्योहार दिवाली की शुरुआत का प्रतीक है और हिंदू धर्म में इसे खरीददारी का महामुहूर्त माना जाता है। यह दिन भगवान धनवंतरी, देवी लक्ष्मी और कुबेर देव को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि धनतेरस पर की गई खरीदारी 13 गुना शुभ फल प्रदान करती है और घर में सुख-समृद्धि लेकर आती है।
यहां उन 8 अत्यंत शुभ चीज़ों की सूची दी गई है जिन्हें धनतेरस पर घर लाना सौभाग्यदायक माना जाता है।
1. तांबे और पीतल के बर्तन: धनतेरस पर बर्तन खरीदना सबसे पुरानी परंपराओं में से एक है। विशेष रूप से पीतल और तांबे के बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है।
• पीतल: इसे भगवान धनवंतरी का धातु माना जाता है। पीतल के बर्तन खरीदने से घर में स्वास्थ्य और आरोग्य बना रहता है।
• तांबा: यह पवित्रता का प्रतीक है। ये धातुएं सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं और घर की नकारात्मकता को दूर करती हैं।
2. झाड़ू: धनतेरस पर झाड़ू खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। झाड़ू को दरिद्रता को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा को घर में लाने का प्रतीक माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार, झाड़ू को देवी लक्ष्मी का ही एक रूप माना गया है। नई झाड़ू खरीदने का अर्थ है, घर के आर्थिक कष्टों को दूर करना।
3. गोमती चक्र: गोमती चक्र गोमती नदी में पाए जाने वाले एक प्रकार के पत्थर होते हैं। ये दुर्लभ और चमत्कारी माने जाते हैं। धनतेरस के दिन 11 गोमती चक्र खरीदकर उन्हें लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखने से धन-संपत्ति में वृद्धि होती है और यह स्थिर लक्ष्मी का प्रतीक बनता है।
4. साबुत धनिया: धनतेरस पर साबुत धनिया (जिसे 'धनिये के बीज' या 'खड़ा धनिया' भी कहते हैं) खरीदने की परंपरा है। यह धन के बीज का प्रतिनिधित्व करता है। इस दिन धनिया खरीदने के बाद, दिवाली पर इसे लक्ष्मी पूजा में अर्पित किया जाता है और कुछ दानों को अपने बगीचे या गमले में बो दिया जाता है। यदि ये बीज अंकुरित होते हैं, तो माना जाता है कि आने वाला वर्ष समृद्धिदायक होगा।
5. चांदी: सोने की तरह ही चांदी खरीदना भी अत्यंत शुभ होता है। चांदी को शीतलता और चंद्रमा से जोड़ा जाता है। चांदी खरीदने से मानसिक शांति बनी रहती है और यह घर में धन की स्थिरता लाती है। आप चांदी का सिक्का, बर्तन या कोई अन्य आभूषण खरीद सकते हैं।
6. लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति या सिक्का: धनतेरस पर मिट्टी या धातु से बनी लक्ष्मी-गणेश की नई मूर्ति खरीदना या सिक्के लाना शुभ होता है। गणेश जी बुद्धि और शुभता के कारक हैं, जबकि लक्ष्मी जी धन और वैभव की देवी हैं। इनकी एक साथ पूजा करने से धन और ज्ञान दोनों की प्राप्ति होती है।
7. मिट्टी के दीपक और दीये: त्योहार की शुरुआत मिट्टी के दीयों से होती है। धनतेरस के दिन मिट्टी के दीये, खासकर 13 दीये खरीदना आवश्यक माना जाता है। इन दीयों को घर के अलग-अलग कोनों में जलाया जाता है, जिससे अंधेरा दूर होता है और प्रकाश का आगमन होता है।
8. खील-बताशे: खील जोकि धान का फूला हुआ रूप है और बताशे दिवाली और धनतेरस के प्रसाद में अनिवार्य रूप से शामिल किए जाते हैं। खील को नई फसल और अनाज की प्रचुरता का प्रतीक माना जाता है। इन्हें खरीदने से घर में अन्न-धन की कभी कमी नहीं होती।
इन 8 चीजों की खरीदारी न केवल एक परंपरा है, बल्कि यह शुभता, स्वास्थ्य और स्थायी समृद्धि को घर में आमंत्रित करने का एक तरीका भी है।
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