दीपावली पर घर लेकर आएं यह 7 दुर्लभ धनदायक चीजें, जीवन भर नहीं होगी धन की कमी
शास्त्र का वचन है "बुभुक्षित: किं न करोति पापम्" अर्थात् भूखा व्यक्ति कौन सा पाप नहीं करता। इस संसार व समाज में दरिद्रता सबसे बड़ा अभिशाप माना गया है। किन्तु इस अभिशाप से मुक्त होने के लिए भी हमारे शास्त्रों में कई ऐसे मुहूर्त्त व वस्तुएं हैं जिनसे दरिद्रता से मुक्त हुआ जा सकता है।
दीपावली ऐसा ही एक सिद्ध मुहूर्त्त है जब आप नीचे दी गई धनदायक वस्तुओं को अपने घर लाकर उनकी विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर अपने जीवन में आर्थिक संकटों से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं वे धनप्रदायक वस्तुएं कौन सी हैं जो दीपावली अपने घर लाकर पूजा करने से आपको धनलाभ करा सकती हैं।
हमारे शास्त्रों में कई ऐसी धनदायक वस्तुएं है जिनके प्रयोग से प्रबल धनाकर्षण होता है। आज हम "वेबदुनिया" के पाठकों को ऐसी ही कुछ दुर्लभ वस्तुओं के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं-
1. हत्थाजोड़ी- "हत्थाजोड़ी" एक पौधे की जड़ होती है जिसकी आकृति मनुष्य के जुड़े हुए हाथों की तरह होती है। यह वशीकरण का प्रबल प्रभाव रखती है। दीपावली की रात्रि यदि सिद्ध व अभिमन्त्रित "हत्थाजोड़ी" को अपनी तिजोरी में रखा जाए तो यह धन का प्रबल आकर्षण करती है।
2. स्फ़टिक श्रीयंत्र- सिद्ध व अभिमन्त्रित "स्फ़टिक श्रीयंत्र" को दीपावली की रात्रि को पूजा घर में स्थापित करने से धन का कभी अभाव नहीं रहता है।
3. एकाक्षी नारियल- "एकाक्षी नारियल" को लक्ष्मी का साक्षात् स्वरूप माना गया है। दीपावली की रात्रि "एकाक्षी नारियल" का पूजन कर अपने पूजाघर या तिजोरी में रखने से वर्ष भर धनलाभ होता है।
4. नागकेसर- दीपावली की रात्रि चांदी की डिब्बी में नागकेसर को शहद में मिलाकर रखने से धनलाभ होता है।
5. कमलगट्टा- दीपावली की रात्रि कमलगट्टे को अपनी तिजोरी में रखने से धनलाभ होता है। कमलगट्टे की माला दीपावली के दिन लक्ष्मी जी के विग्रह पर अर्पित करने से धनागम होता है।
6. गोमती चक्र- दीपावली के दिन प्रात: तीन गोमती चक्र का चूर्ण बनाकर घर के सामने बिखेरने से दुर्भाग्य का नाश होता है। पांच गोमती चक्र व काली हल्दी, चांदी के सिक्के साथ पीले वस्त्र में बांधकर अपनी तिजोरी में रखने से धनलाभ होता है।
7. काली हल्दी- दीपावली की रात्रि "काली-हल्दी" को चांदी के सिक्के के साथ पीले वस्त्र में बांधकर अपनी तिजोरी में रखने से धनलाभ होता है।
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र