Naraka Chaturdashi Choti Diwali 2021 : छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी और बड़ी दीवाली कार्तिक अमावस्या पर मनाई जाती है। दिवाली के पांच दिनी उत्सव में छोटी दिवाली के बाद बड़ी दीपावली आती है। भाई दूज के दिन यह त्योहार समाप्त हो जाता है तब कार्तिक पूर्णिमा को देव दिवाली आती है। आओ जानते हैं कि छोटी दिवाली पर कितने दीपक कहां पर जलाए जाने चाहिए।
5 दीपक : छोटी दीवाली के दिन घर में मुख्यत: पांच दीये जलाने का प्रचलन है। 1. पूजा पाठ वाले स्थान पर, 2.रसोई घर में, 3. पीने का पानी वाले स्थान पर, 4.दीया पीपल या बरगद के पेड़ तले, 5. घर के मुख्य द्वार पर। घर के मुख्य द्वार पर जलाया जाए वह दीया चार मुंह वाला होना चाहिए और उसमें चार लंबी बत्तियों को जलाना चाहिए।
विषम संख्या में जलाते हैं दीए : छोटी दिवाली पर 5, 7, 13, 14 या 17 की संख्या में दीए जला सकते हैं। खासकर चतुर्दशी होने के कारण 14 दीए जलाने की परंपरा और महहत्व है।
कहां पर जलाएं 14 दीपक ( Choti Diwali 14 Deepak or lamps ) :
1. पहला दीया रात में सोते वक्त यम का दिया जो पूराना होता है और जिसमें सरसों का तेल डालकर उसे घर से बाहर दक्षिण की ओर मुख कर कूड़े के ढेर के पास रखा जाता है।
2. दूसरा दीया किसी सुनसान देवालय में रखा जाता है जोकि घी का दिया होता है। इसे जलाने से कर्ज से मुक्ति मिलती है।
3. तीसरा दीया माता लक्ष्मी के समक्ष जलाते हैं।
4. चौधा दीया माता तुलसी के समक्ष जलाते हैं।
5. पांचवां दीया घर के दरवाजे के बाहर जलाते हैं।
6. छठा दीया पीपल के पेड़ के नीचे जलाते हैं।
7. सातवां दीया किसी मंदिर में जलाकर रख दें।
8. आठवां दीया घर में कूड़ा कचरा रखने वाले स्थान पर जलाते हैं।
9. नौवां दीया घर के बाथरूम में जलाते हैं।
10: दसवां दीया घर की छत की मुंडेर पर जलाते हैं।
11. ग्यारहवां दीया घर की छत पर जलते हैं।
11. बारहवां दीया घर की खिड़की के पास जलाते हैं।
13. तेरहवां दीया- घर की सीढ़ियों पर जलाते हैं या बरामदे में।
14. चौदहवां दीया रसोई में या जहां पानी रखा जाता है वहां जलाकर रखते हैं।