हर साल विश्व स्वस्थ्य दिवस World health Day (World health organization, WHO) 7 अप्रैल को मनाया जाता है। हर साल इस संगठन द्वारा अलग-अलग थीम रखी जाती है। इस साल 2021 में थीम, एक निष्पक्ष और स्वस्थ्य दुनिया का निर्माण करना है।
अगर विश्व स्वास्थ्य दिवस संगठन का इतिहास देखा जाए तो 1948 में इसकी स्थापना की गई थी। पिछले 50 वर्षों से लोगों को कई गंभीर समस्याओं के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इस दौरान मानसिक, मातृ एवं शिशु देखभाल, चिकन पॉक्स, टीबी, न्यूट्रिशन, एड्स, इबोला जैसी कई समस्याओं पर डब्ल्यूएचओ द्वारा काम किया गया है और किया जा रहा है।
लेकिन डब्ल्यूएचओ द्वारा एक बात सामने उभरकर आई है कि आज भी महिलाएं पुरुषों से अधिक कमजोर हो रही है। जिसके के कई कारण है जैसे -
* किसी भी बीमारी के बारे में अपूर्ण जानकारी होना।
* इंटिमेट हेल्थ के बारे में पूरी जानकारी नहीं होना।
* इलाज के लिए आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होना।
* सेक्स के दौरान प्रीकॉशन (Precaution) नहीं लेना।
इन दिनों महिलाओं में कुछ समस्याएं हैं जिसे लेकर बहुत अधिक खतरा है। तो आइए जानते हैं क्या है वो समस्याएं-
1.स्ट्रोक- स्ट्रोक की समस्याएं महिलाओं में अधिक और तेजी से बढ़ रही है। एक रिसर्च के मुताबिक 55000 से अधिक यह महिलाओं में ज्यादा है पुरुषों के मुकाबलें।
2. पीसीओएस/पीसीओडी/यूटीआई- यह समस्याएं हर दूसरी महिला को हो रही है। किसी को शादी के बाद तो किसी को शादी से पहले ही इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण है अनियमित लाइफस्टाइल और बैड हायजीनफ।
3.ब्रैस्ट कैंसर- इस बीमारी का सही समय पर पता चलना बहुत जरूरी होता है। यह महिलाओं में सबसे गंभीर समस्या है। ब्रैस्ट में जरा भी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
हर साल वल्र्ड हेल्थ डे मनाया जाता है। लेकिन इसका मुख्य उदेद्श्य क्या है आपको बताते हैं-
इस दिवस के माध्यम से वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं पर विचार - विमर्श करना। कोई बड़ी बीमारी को लेकर लोगों को जागरूक करना। इतना ही नहीं अगर कोई गलत अफवाह फैलाई जा रही है तो उस पर भी ध्यान देना। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य यही है कि लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहे और जागरूक रहें।
इन दिनों पूरी दुनिया में कोरोना महामारी का प्रकोप जारी है। इसमें डूब्ल्यूएचओ की टीम का अहम रोल है ताकि लोग बीमार नहीं है। कैसे स्वास्थ्य का ख्याल रखें। क्या प्रीकाॅशन फाॅलो करना है। किस तरह पूरी दुनिया अपने आपको इससे बचा सकती है। क्या सावधानियां बरतने की जरूरत है। वहीं संगठन द्वारा टीकाकरण अभियान भी चलाया जा रहा है। 4 अप्रैल से 14 अप्रैल तक यह अभियान जारी है।