दशहरा मनाने का हर प्रांत में अलग-अलग प्रचलन हैं लेकिन सभी जगह कुछ कॉमन कार्य भी किए जाते हैं। ऐसी 10 कार्यों पर एक नजर।
1.दशहरे पर रामलीला और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने की परंपरा है।
2.भारत के हर शहर में दशहरा या रामलीला मैदान होता है, जहां मेला लगता है और रावण दहन होता है।
3.हर जगह दशहरा मिलन समारोह का आयोजन होता है। बासी दशहरा मिलन की परंपरा भी है।
4.इस दिन लोग अपनी-अपनी क्षमतानुसार सोना-चांदी, वाहन, कपड़े तथा बर्तनों की खरीददारी भी करते हैं।
5.दशहरे पर सुबह वाहन, शस्त्र, अपराजिता और शमी वृक्ष का पूजन किया जाता है।
6.इस दिन नए वस्त्र एवं आभूषणों को धारण कर लोग रावण दहन देखने जाते हैं।
7.रावण दहन के बाद लोग एक-दूसरे के घर जाकर, गले मिलकर, चरण छूकर बड़ों का आशीर्वाद लेते हैं।
8.दशहरे के दिन सभी स्वर्ण के प्रतीक शमी पत्तों को एक-दूसरे को बांटते हैं।
9.इस दिन बच्चों को 'दशहरी' देने का भी प्रचलन हैं। दशहरी के रूप में बच्चों को रुपए, वस्त्र या मिठाई देते हैं।
10.इस दिन खासतौर पर गिल्की के पकौड़े और गुलगुले (मीठे पकौड़े) बनाने का प्रचलन है। पकौड़े को भजिए भी कहते हैं।