इस बार वर्ष 2019 में दशहरा या विजयादशमी का पर्व 08 अक्टूबर मनाया जाएगा। अहंकार पर विजय का पर्व दशहरा शारदीय नवरात्रि के दसवें दिन आता है। आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी को देशभर दशहरे का उत्सव मनाया जाता है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, दशहरे दिन ही भगवान राम ने लंका के राजा निशाचर रावण का वध किया था। इसी की खुशी में दशमी तिथि को विजयादशमी के पर्व के रूप में मनाया जाता है। युद्द में विजय के कारण और पांडवों जुड़ी एक कथा के कारण विजयदशमी को हथियार (अस्त्र-शस्त्र) पूजने की परंपरा भी है।
दशहरे के दिन अगर किसी को नीलकंठ पक्षी दिख जाए तो काफी शुभ होता है। नीलकंठ भगवान शिव का प्रतीक है जिनके दर्शन से सौभाग्य और पुण्य की प्राप्ति होती है।
दशहरे के दिन गंगा स्नान करने को भी बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है। दशहरे के दिन गंगा स्नान करने का शुभ फल कई गुना बढ़ जाता है। इसलिए दशहरे दिन लोग गंगा या अपने इलाके की पास किसी नदी में स्नान करने जाते हैं।
दशहरा पर्व तिथि व मुहूर्त 2019
दशहरा 2019
8 अक्टूबर
विजय मुहूर्त में खरीदी और रावण दहन कब करें - 14:04 से 14:50
अपराह्न पूजा एवं खरीदी समय- 13:17 से 15:36
दशमी तिथि आरंभ- 12:37 (7 अक्टूबर)
दशमी तिथि समाप्त- 14:50 (8 अक्टूबर)
शस्त्र पूजन का शुभ मुहूर्त, दशहरा 2019
दशहरे का दिन साल के सबसे पवित्र दिनों में से एक माना जाता है। यह साढ़े तीन मुहूर्त में से एक है।
विजय मुहूर्त :14:05:40 से 14:52:29 तक
अवधि :0 घंटे 46 मिनट
ऐसे करें शस्त्र पूजा:
सबसे पहले अपने सभी शस्त्रों को पूजा स्थान पर रख जल या गंगाजल छिड़कें।
महाकाली के पाठ या आरती बोलते हुए शस्त्रों पर कुमकुम और हल्दी का तिलक लगाएं।
शस्त्र को धूप और दीप दिखाकर फूलों का हार लगाएं।
आखिर में मीठे से भोग लगाकर प्रसाद बांटें।