Saphala Ekadashi 2023 : पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को सफला एकादशी का व्रत रखा जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार यह व्रत 7 जनवरी 2024 रविवार के दिन रखा जाएगा। इस व्रत को रखने से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। आओ जानते हैं कि इस एकादशी पर क्या नहीं करना चाहिए।
सफलता के लिए सफला एकादशी:- नाम से ही विदित है कि सफला एकादशी सफल करने वाली मानी गई है। यदि आपको जीवन के हर कार्य में सफल होना है तो इस एकादशी के दिन विधिवत रूप से तथा शास्त्र सम्मत व्रत-पूजन करने से व्रतधारी का यश संसार में सर्वत्र फैलाता है तथा पापों से मुक्ति होकर वैकुंठ दिलाने के लिए यह एकादशी अतिलाभदायी है।
सफला एकादशी पर ये कार्य न करें:-
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सफला एकादशी पर बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए। भूमि पर सोएं।
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इस दिन किसी भी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए।
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इस दिन सुबह दातुन भी नहीं करना चाहिए।
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इस दिन किसी भी प्रकार का तामसिक भोजन न करें। जैसे प्याज, लहसुन, मांस आदि।
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इस दिन किसी पेड़ या पौधे की फूल पत्ती भी नहीं तोड़ना चाहिए।
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जो मनुष्य इस पवित्र एकादशी का व्रत नहीं करता है वो पूंछ और सींगों से रहित पशुओं के समान माना जाता हैं। सफला एकादशी व्रत इतना अधिक खास माना गया है कि पांच हजार वर्षों की तपस्या से जो फल मिलता है, उससे भी अधिक फल इस एकादशी को करने से मिलता है। इससे सभी दुखों का नाश होता है। सफला एकादशी के माहात्म्य तथा व्रतकथा को पढ़ने अथवा सुनने मात्र से अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है और जाने-अनजाने में हुए पाप कर्म दूर होकर वैकुठ में स्थान मिलता है।