माह में 2 एकादशियां होती हैं अर्थात आपको माह में बस 2 बार और वर्ष के 365 दिनों में मात्र 24 बार ही नियमपूर्वक एकादशी व्रत रखना है। हालांकि प्रत्येक तीसरे वर्ष अधिकमास होने से 2 एकादशियां जुड़कर ये कुल 26 होती हैं। वैशाख में वरुथिनी और मोहिनी एकादशी आती है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी कहते हैं। आओ जानते हैं मोहिनी एकादशी व्रत रखने के 5 फायदे।
एकादशी तिथि प्रारम्भ: 22 मई 2021 को सुबह 09:15 से।
एकादशी तिथि समाप्त: 23 मई 2021 को सुबह 06:42 तक।
पारण का शुभ मुहूर्त : 24 मई सुबह 05:26 बजे से सुबह 08:10 बजे तक।
मोहिनी एकादशी व्रत रखने के 5 फायदे:
1. मोहिनी एकादशी सुख-समृद्धि और शांति प्रदान करती है
2. यह एकादशी मोह-माया के बंधनों से मुक्त करती है।
3. इस एकादशी का व्रत रखने से विवाह बाधा दूर हो जाती है।
4. विधिवत एकादशी व्रत रखने से चंद्रदोष दूर होता है।
5. इस एकादशी का व्रत रखने से भगवान विष्णु के मोहिनी रूप की कृपा प्राप्त होती है।
इस दिन विष्णु के मोहिनी रूप की पूजा करना चाहिए और गीता का पाठ करना चाहिए। भोग-विलास की भावना त्यागकर भगवान विष्णु का स्मरण करना चाहिए।