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Mokshada ekadashi 2024: मोक्षदा एकादशी की 10 खास बातें

हमें फॉलो करें Mokshada ekadashi 2024: मोक्षदा एकादशी की 10 खास बातें

WD Feature Desk

, मंगलवार, 10 दिसंबर 2024 (12:02 IST)
Mokshada Ekadashi 2024: मोक्षदा एकादशी के दिन का व्रत रखने का बहुत पुण्‍य माना गया है। पुराणों में इसका व्रत रखने का महत्व बताया गया है। मार्गशीर्ष के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते हैं। मोक्षदा एकादशी का व्रत 11 दिसंबर बुधवार 2024 के दिन रखा जाएगा। इस दिन श्रीकृष्‍ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था इसलिए इस दिन गीता जयंती भी रहती है। आओ जानते हैं इस दिन की 10 खास बातें।ALSO READ: मोक्षदा एकादशी का व्रत रखने से क्या मिलेगा मोक्ष?
 
मोक्षदा एकादशी व्रत की 10 खास बातें:-
1. मान्यतानुसार इस दिन उपवास करने से मन पवित्र तथा शरीर स्वस्थ होता है।
2, पापों से छुटकारा मिलता है तथा जीवन में सुख-शांति आती है।
3, मोक्षदा एकादशी व्रत के प्रभाव से भगवान श्री हरि विष्णु मोक्ष देते हैं।
4. इतना ही नहीं इस दिन पितरों के निमित्त तर्पण करने से उन्हें भी परम धाम का वास प्राप्त होता है।
5. इस दिन गीता पाठ पढ़ें तथा उनके उपदेशों को जीवन में उतारने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
6. एकादशी प्रारंभ होने के समय व्रत करने का संपल्प लिया जाता है। संकल्प के बाद श्रीहरि विष्णु के पूर्णावतार श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है। पूजा के बाद गीता पाठ किया जाता है।
7. इस दिन श्रीकृष्‍ण ने कुरुक्षेत्र के मैदान के बीच में खड़े होकर अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इसलिए इस दिन गीता जयंती उत्सव मनाते हैं। उन्होंने यह ज्ञान दिन में लगभग 45 मिनट तक दिया था। इस बार गीता जयंती की 5161वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी।
8. इस तिथि के स्वामी श्री विष्णु है, अत: इस दिन पूरे मनपूर्वक इनका पूजन करने से जीवन में पुण्य फल प्राप्त होता है। साथ ही पूजा में धूप, दीप एवं नाना प्रकार की सामग्रियों से विष्णु को प्रसन्न करना चाहिए।
9. इस दिन दान पुण्य का भी महत्व है। आप किसी गरीब या जरूरतमंद को अन्न और वस्त्र दान करें या उन्हें सफे और काले यानी दोरंगी कंबल को दान में दें। इससे राहु, केतु और शनि के सभी दोषों से मुक्ति मिलेगी। 

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