नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी पहले दिन से 3 काले कृषि कानूनों का विरोध करती आई है। उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के दौरान चोरी-छिपे इन 3 काले कानूनों को ऑर्डिनेंस के जरिए लाया गया। इसलिए आम आदमी पार्टी महामहिम राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि मोदी सरकार की ओर से पूरे देश की किसानी और खेती को दो-चार उद्योगपतियों को बेच दिया गया है। हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं। आम आदमी पार्टी पहले दिन से ही इन कानूनों का विरोध करती आई है, चाहे संसद में सबसे ज्यादा विरोध दर्ज कराना हो, गांधी प्रतिमा के नीचे सांसदों द्वारा रात गुजारना हो, सीएम अरविंद केजरीवाल की ओर से विधानसभा में काले कानून फाड़ना हो और सेवादार की तरह सिंघु बॉर्डर पर खड़े होकर देश के किसान की सेवा करनी हो, हर तरह से किसानों के साथ खड़े रहे हैं।
हम देश के किसानों के साथ लगातार खड़े हैं। इसी श्रृंखला में सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पार्टी ने निर्णय लिया है कि संसद में कल महामहिम राष्ट्रपति के अभिभाषण का आम आदमी पार्टी बहिष्कार करेगी। आम आदमी पार्टी के सभी राज्य सभा एवं लोकसभा के सांसद बहिष्कार करेंगे।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि हम लोग तीन कृषि कानूनों का विरोध करते रहे हैं और करते रहेंगे। इसलिए आम आदमी पार्टी महामहिम राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी। हमारे लोकसभा के सांसद भगवंत मान और राज्यसभा के हम तीन सांसद कल राष्ट्रपति के अभिभाषण कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।