नई दिल्ली। सिंघू बॉर्डर पर मारे गए युवक की पहचना तरनतारन निवासी लखबीर सिंह के रूप में हुई है। उसके परिवार ने बातचीत में बताया कि वो नशे का आदी था और उसे सिंघू बॉर्डर ले जाने के लिए लालच दिया गया था। लखबीर के ससुर ने शुक्रवार को बताया कि उसे वहां जाने का लालच दिया गया। इसकी जांच होनी चाहिए और उसे न्याय मिलना चाहिए।
लखबीर सिंह एक मजदूर के रूप में काम करता था और उसकी बहन ने मीडिया को बताया कि उसने 50 रुपए लिए और कहा कि वह चबल में काम करने जा रहा है और 7 दिनों के बाद वापस आ जाएगा। मुझे लगा कि वह वहां काम करने गया है। वह ऐसा व्यक्ति नहीं था (गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान करने के लिए)। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।
लखबीर सिंह के परिवार में पत्नी, 3 बेटियां हैं जिनमें सबसे छोटी 8 साल की और सबसे बड़ी बेटी 12 साल की है। कबाल ने बताया कि 5-6 साल पहले लखबीर सिंह को उसकी पत्नी ने छोड़ दिया था और वो अलग रहती हैं। दिल्ली-हरियाणा की सीमा पर किसानों के कुंडली स्थित प्रदर्शन स्थल के नजदीक एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई और उसका हाथ काट दिया गया। उसके शरीर पर धारदार हथियार से हमले के करीब 10 जख्म बने थे और उसके शव को अवरोधक से बांधा गया था। इस घटना के लिए कथित रूप से निहंगों के एक समूह को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।