नई दिल्ली। दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती और कई जगह बैरिकेड्स लगाने के साथ सुरक्षा बढ़ा दी गई है जिससे राष्ट्रीय राजधानी की कई मुख्य सड़कों पर यातायात जाम हो गया। दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्विटर पर सीमाओं के बंद रहने और आने-जाने के लिए वैकल्पिक मार्गों के इस्तेमाल का सुझाव दिया है।
प्रदर्शनकारियों के आवागमन रोकने के लिए पुलिस की निगरानी में मजदूरों ने सिंघू बॉर्डर पर मुख्य राजमार्ग के किनारे सीमेंट के अवरोधकों की 2 कतारों के बीच लोहे की छड़ें लगा दी हैं। दिल्ली-हरियाणा राजमार्ग के एक अन्य हिस्से पर सीमेंट की अस्थायी दीवार बनाने से वह हिस्सा भी आंशिक रूप से बाधित हो गया है। दिल्ली-गाजीपुर सीमा पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जहां किसान 2 महीने से ज्यादा समय से कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया कि गाजीपुर बॉर्डर बंद है। एनएच-24, रोड नंबर 56, 57ए, कोंडली, पेपर मार्केट, टेल्को टी प्वॉइंट, ईडीएम मॉल, अक्षरधाम और निजामुद्दीन खत्ता से यातायात को मोड़ दिया गया है। विकास मार्ग, आईपी एक्सटेंशन, एनएच-24 पर ज्यादा आवागमन है। मुसाफिरों को सलाह दी जाती है कि दूसरे बॉर्डर से आवाजाही करें।
पुलिस के मुताबिक दिल्ली-गाजीपुर सीमा किसानों के प्रदर्शन के कारण यातायात के लिए बंद है। यात्री आनंद विहार, चिल्ला, डीएनडी, अप्सरा, भोपुरा और लोनी बॉर्डर का रास्ता ले सकते हैं। यातायात पुलिस ने एक और ट्वीट में कहा कि सिंघू, सबोली, पियाऊ मनियारी बॉर्डर बंद हैं। औचंदी, लामपुर, सफियाबाद, सिंघू स्कूल और पल्ला टोल टैक्स बॉर्डर खुले हैं। वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करें।
पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग-44 से भी यातायात को मोड़ दिया है और यात्रियों को बाहरी रिंगरोड, जीटीके और एनएच-44 से बचने की सलाह दी है। दिल्ली पुलिस के आयुक्त एसएन श्रीवास्तव और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को गाजीपुर बॉर्डर का दौरा किया और सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया।
दिल्ली-उत्तरप्रदेश बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रखी जाएगी, क्योंकि भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत की भावुक अपील के बाद राजस्थान, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड से किसान यहां आने का प्रयास कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का भी सहारा लिया जा रहा है। (भाषा)