मुंबई। दिल्ली पुलिस ने सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त कर दी गई है। सड़क पर कीलें, कटीले तार और लोहे की छड़ें लगा दी गई है। अब सवाल यह उठ रहा है कि इन व्यवस्थाओं के बाद भी प्रदर्शनकारी किसानों का रास्ता रोका जा सकेगा?
प्रदर्शनकारियों की गतिविधि को रोकने के लिए पुलिस की निगरानी में मजदूरों ने सिंघू बॉर्डर पर मुख्य राजमार्ग के किनारे सीमेंट के अवरोधकों की दो कतारों के बीच लोहे की छड़ें लगा दी हैं।
दिल्ली-हरियाणा राजमार्ग के एक अन्य हिस्से पर सीमेंट की अस्थायी दीवार बनाने से वह हिस्सा भी आंशिक रूप से बाधित हो गया है।
दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर गाजीपुर में वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए बहुस्तरीय अवरोधक लगाए गए हैं। पैदल यात्रियों को मार्ग से दूर रखने के लिए कटीले तारें लगाई गई हैं।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के सदस्यों और उसके नेता राकेश टिकैत के गाजीपुर के यूपी गेट पर डटे रहने के कारण वहां प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा बढ़ रहा है। भाकियू के कार्यकर्ता पिछले साल नवंबर से ही वहां डटे हुए हैं।
किसानों से मिलेंगे संजय राउत : शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के निर्देश के मुताबिक दिल्ली के पास गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों से मुलाकात करेंगे।
शिवसेना केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दो महीने से अधिक समय से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन कर रही है।
राउत ने ट्वीट किया कि महा विकास आघाड़ी के नेतृत्व वाली सरकार ने किसानों के हित में फैसले किए हैं। किसानों के दुख में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उनके साथ खड़े हैं। उनके निर्देशानुसार गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों से मुलाकात करूंगा। उन्होंने बताया कि वह दिन में करीब एक बजे गाजीपुर बॉर्डर पहुंचेंगे। पुलिस ने किसानों के प्रदर्शन स्थल के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है और रास्तों पर अवरोधक लगा दिए हैं।