fathers day poem in hindi: हमारी जिंदगी में मां के प्यार को जितना मुखर रूप से पहचाना जाता है, वहीं पिता का प्यार अक्सर खामोश रहकर भी हमारी पूरी दुनिया को संवारता है। पापा का रिश्ता कुछ ऐसा होता है, वो कभी खुलकर भावनाएं नहीं जताते, पर हर परेशानी को चुपचाप सहकर हमारी जिंदगी को आसान बनाते हैं। Father's Day या किसी भी आम दिन, जब हम पापा को याद करते हैं, तो शब्द कम पड़ जाते हैं। इसीलिए आज हम लाए हैं एक दिल को छू लेने वाली कविता (heart touching poem on father in Hindi) जो हर बेटे-बेटी के जज्बात को बयां करती है।
फादर्स डे पर कविता
पापा, आप वो छाया हो, जो धूप में साया बन जाती है,
खुद जलकर भी, मेरे रास्तों को रौशनी दे जाती है।
आपने कभी शिकायत नहीं की, थकान को चेहरों पर लाने से रोका,
हर दर्द को मुस्कान में छुपाया, हर आंधी को सीने से टोक दिया।
जब चलना सीखा, आपने हाथ थामा,
गिरने से पहले ही, मजबूत बांहों में थामा।
मेरे पहले शब्द, मेरी पहली जीत,
हर चीज में आपने ही तो अपना गर्व सींचा।
जब मैं रूठा, आपने मनाया,
जब मैं टूटा, आपने हौसला बनाया।
आपके कंधों पर बैठकर मैंने दुनिया देखी,
और वो ऊंचाई आज भी सबसे खूबसूरत लगती है।
आपके पसीने की महक आज भी
मेरे सपनों की नींव में रची है।
जब मेरी दुनिया में अंधेरा छा गया था,
आपने उम्मीद का दीपक जलाया था।
आपकी हर डांट के पीछे छिपा प्यार,
आज समझ आता है, जब खुद बाप बनने की बारी आई।
आपकी आंखों में जो सपना था मेरे लिए,
वो ही तो आज मेरे संघर्ष का रास्ता है।
पापा, आप सिर्फ पिता नहीं,
मेरे पहले हीरो, पहले गुरु और पहले भगवान हो।
- अज्ञात