रेपिनो। अपने अप्रत्याशित प्रदर्शन से सभी को चौंका देने वाली इंग्लैंड की टीम 28 साल बाद पहले विश्व कप सेमीफाइनल में उतरेगी तो उसे जज्बात पर काबू रखकर ‘जाइंटकिलर’ क्रोएशिया की चुनौती से पार पाना होगा।
रूस में अपनी टीम के प्रदर्शन को देखते हुए सारा इंग्लैंड जश्न में सराबोर है। कोच जेरेथ साउथगेट की टीम ने देशवासियों का दिल जीत लिया है लेकिन कोच ने खिलाड़ियों को अपने पैर जमीन पर रखने की ताकीद की है। इंग्लैंड ने आखिरी बार 1990 में विश्व कप सेमीफाइनल खेला था और एकमात्र विश्व कप 1966 में जीता था।
मिडफील्डर डेले अली ने कहा, ‘हम यहां अपनी तैयारी में व्यस्त है। सोशल मीडिया या इंटरनेट देखने पर ही पता चलता है कि यह कितनी बड़ी उपलब्धि है। हमारा फोकस अगले मैच पर है और इसके लिए पिछला प्रदर्शन भूलना होगा।’
इंग्लैंड ने स्वीडन को 2-0 से हराकर अंतिम चार में जगह बनाई जिसमें अली ने पहला गोल किया था। अब उसका सामना क्रोएशियाई टीम से है जिसने खिताब की प्रबल दावेदार रही अर्जेंटीना को ग्रुप चरण में हराया। उसके पास रियल मैड्रिड के लुका मोडरिच और बार्सीलोना के इवान रेकिटिच जैसे खिलाड़ी हैं।
अली ने कहा कि टीम को शुरू से ही खुद पर भरोसा था। हमें पता था कि हमारे पास प्रतिभाशाली टीम है। कुछ असाधारण खिलाड़ी और एक करिश्माई मैनेजर है।
दूसरी ओर क्रोएशियाई टीम इस अहम मुकाबले से पहले विवाद के घेरे में आ गई जब रूस पर पेनल्टी शूटआउट के बाद पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ओगजेन वुकोजेविच ने उक्रेन के समर्थन वाली वीडियो क्लिप पोस्ट की। इसके बाद उन्हें दल से बाहर करके जुर्माना लगाया गया। फीफा के नियमों के तहत राजनीतिक बयानबाजी प्रतिबंधित है ।
तमाम विवादों के बावजूद क्रोएशिया ने पिछले 20 साल में विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। डालिच ने कहा, ‘हमें यकीन है कि हम इंग्लैंड का विश्व कप जीतने का सपना तोड़ेंगे।’ (भाषा)