मोस्को। जर्मनी टीम अपने पहले मुकाबले में मेक्सिको से हार का सामना कर चुकी थी। इस कारण उसे अंतिम 16 में जाने के लिए स्वीडन के खिलाफ मैच जीतना बेहद आवश्यक था। मैच की शुरुआत बेहद खराब रही और स्वीडन ने पहला गोल मैच के बत्तीसवें मिनट में मार दिया। पूरे 90 मिनिट में जर्मनी एक भी गोल नहीं कर सकी।
जर्मनी की उम्मीदें समय बढ़ने के साथ साथ धूमिल होती जा रही थी। दूसरे हाफ में जर्मनी का पहला गोल हुआ और इंजुरी टाइम में दूसरा। इसी के साथ बर्निल में प्रार्थना कर रहे दर्शक झूम उठे। बर्लिन की ब्रांडेनबर्ग गेट पर लगी बड़ी स्क्रीन पर हजारों की संख्या में जर्मन्स ने इस मैच का लुत्फ उठा रहे थे।
जश्न में एक आश्चर्यजनक बात भी देखने को मिली। जीत के बाद कई जर्मनी फुटबॉल फैंस ने बलूचिस्तान के झंडे लहराए और उसकी आजादी के समर्थन में नारे लगाए। गौरतलब है कि बलूचिस्तान पाकिस्तान का अंग है और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार विदेशी कूटनीति के तहत बलूचिस्तान की आजादी पर जोर दिया है। लेकिऩ जर्मनी में ऐसी मांग उठना वह भी मैच के बाद आश्चर्य का विषय है।