दोहा। ह्वांग ही चान के अंतिम क्षणों में किए गए गोल की मदद से दक्षिण कोरिया ने शुक्रवार को यहां पुर्तगाल को 2-1 से हराकर ग्रुप एच से विश्वकप फुटबॉल टूर्नामेंट के अंतिम 16 में जगह बनाई।
ही चान ने दूसरे हॉफ के इंजरी टाइम में यह महत्वपूर्ण गोल किया जिससे उरूग्वे की नॉकआउट चरण में पहुंचने की उम्मीदें भी समाप्त हो गईं। उरूग्वे ने ग्रुप एच के एक अन्य मैच में घाना को 2-0 से हराया लेकिन इसके बावजूद उसे बाहर का रास्ता देखना पड़ा।
पुर्तगाल अपने पहले दोनों मैच जीतकर नॉकआउट चरण में जगह बना चुका था लेकिन कोरिया ने उसकी जीत की हैट्रिक पूरी नहीं होने दी। ही चान ने सोन ह्यूंग मिन के पास पर निर्णायक गोल किया जिससे कोरिया ने ग्रुप एच से दूसरी टीम के रूप में नॉकआउट चरण में प्रवेश किया।
दक्षिण कोरिया और घाना के समान चार चार अंक रहे लेकिन एशियाई टीम बेहतर गोल अंतर के कारण आगे बढ़ने में सफल रही। ही चान के गोल से पहले दक्षिण कोरिया को किम यंग ग्वोन (27वें) ने बराबरी दिलाई थी। पुर्तगाल के लिए रिकार्डो होर्ता (पांचवें मिनट) ने गोल किया था।
कोरिया की जीत से जियोर्जियन डी अर्रास्केटा (26वें और 32वें मिनट) के प्रयासों पर भी पानी फिर गया जिन्होंने अपनी टीम को इस विश्वकप में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। अल रेयान में खेले गए मैच में पुर्तगाल ने पांचवें मिनट में ही गोल करके दक्षिण कोरिया को दबाव में ला दिया था। उसके लिए यह गोल रिकार्डो होर्ता ने डिएगो डलोट के पास पर किया।
डलोट ने दक्षिण कोरिया के रक्षकों को बड़ी कुशलता से छकाकर छह गज के बॉक्स के किनारे पर खड़े होर्ता की तरफ सरकाई जिन्होंने उतनी ही खूबसूरती से शॉट जमाकर उसे गोल में पहुंचाया। दक्षिण कोरिया के लिए इस मैच में जीतना जरूरी था और इसलिए उसने अग्रिम पंक्ति में अधिक खिलाड़ियों को रखा।
दक्षिण कोरिया ने हालांकि जल्द ही बराबरी का गोल दाग दिया। क्रिस्टियानो रोनाल्डो कॉर्नर किक को सही तरह से बाहर नहीं कर पाए और दक्षिण कोरिया के डिफेंडर किम यंग ग्वोन के पास चली गई जिन्होंने उस पर गोल करने में कोई गलती नहीं की। यह विश्वकप में पिछले 10 मैचों में पहला अवसर था जबकि दक्षिण कोरिया ने पहले हॉफ में गोल किया।
पुर्तगाल ने जवाबी हमला किया लेकिन किम सियोंग ग्यू ने रोनाल्डो के शॉट पर शानदार बचाव किया। पुर्तगाल ने इसके बाद भी हमलावर तेवर बनाए रखे और किम सियोंग ग्यू ने पहले हॉफ में कुल पांच बचाव किए और अपनी टीम को मध्यांतर तक 1-1 से बराबरी पर रखा।
उधर अल वकराह स्टेडियम में उरूग्वे ने अच्छी शुरुआत की लेकिन वह घाना जिसे गोल करने का पहला सुनहरा अवसर मिला। उरूग्वे के गोलकीपर सर्जियो रोचेट की गलती से घाना को पेनल्टी मिली। रोचेट ने हालांकि बाद में अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई तथा घाना के कप्तान आंद्रे अयु के ढीले शॉट को आसानी से रोककर टीम का संकट टाला।
इसके बाद डी अर्रास्केटा ने छह मिनट के अंदर दो गोल करके घाना को बैकफुट पर भेज दिया। फेसुंडो पेलिस्ट्री ने दाईं तरफ से लुई सुआरेज को क्रास दिया जिनका नीचा रहता शॉट बचा लिया लेकिन गेंद डी अर्रास्केटा को मिली जिस पर उन्होंने उरूग्वे को 1-0 से आगे किया। उरूग्वे का इस विश्वकप में यह पहला गोल था।
उसने अपना दूसरा गोल करने में देर नहीं लगाई और इस बार भी डी अर्रास्केटा को ही गोल करने का श्रेय मिला। यह दर्शनीय गोल था जिसे उन्होंने सुआरेज के पास पर किया। उरूग्वे ने मध्यांतर तक 2-0 की अपनी बढ़त बनाए रखी।
घाना को दूसरे हॉफ के शुरू में ही अब्दुल रहमान बाबा ने अच्छा मूव बनाया लेकिन मोहम्मद कुदूस उस पर गोल करने में नाकाम रहे। घाना की गोल करने की बेताबी साफ नजर आ रही थी जबकि उरूग्वे ने अपनी पूरी ताकत गोल बचाने पर लगा रखी थी।
कुदूस खेल 71वें मिनट में तीन रक्षकों को छकाकर आगे बढ़े लेकिन उनका शॉट क्रॉसबार के ऊपर से बाहर चला गया। जब भी गेंद सुआरेज के पास जाती तो घाना के समर्थक उनकी हूटिंग करते। उरूग्वे के इस तुनक मिजाज खिलाड़ी ने कुछ अवसरों पर अपने तेवर भी दिखाए और उन्हें पीला कार्ड भी मिला।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)