फरवरी-मार्च में अकसर लोगों के जेहन में यह सवाल उठता है कि टैक्स बचाने के लिए कहां निवेश करना चाहिए? कुछ लोग मौके का फायदा उठाकर ऐसी जगह पैसा लगवा देते हैं जो आपके लिए गैर जरूरी है। कुछ लोग आपको ज्यादा फायदे का लालच देकर जोखिम वाली जगह निवेश करवा देते हैं। इस तरह के निवेश से आपका टैक्स तो बच जाता है पर बहुत नुकसान हो जाता है।
यह बात भी उतनी ही सही है कि कभी भी 100 फीसदी निवेश के साथ जोखिम लेना सही नहीं है। अगर आप 100 रुपए निवेश करना चाहते हैं तो आपको इसका कुछ प्रतिशत निवेश सुरक्षित जगह पर भी करना चाहिए।
आइए जानते हैं एफडी में निवेश करने से आपको क्या फायदे मिलते हैं...
जोखिम रहित निवेश : एफडी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको निवेश की शुरुआत में ही बता दिया जाता है कि मैच्यूरिटी पर आपको कितना फायदा होगा। इसमें कोई जोखिम नहीं है। किसी भी स्थिति में न तो उससे ज्यादा पैसा मिलता है और न ही कम।
टैक्स में छूट : टैक्स सेविंग एफडी में 5 साल के लिए निवेश करने पर आपको आयकर में भी छूट मिलती है। इसमें जमा मूलधन के साथ ही ब्याज पर भी आपको कोई टैक्स नहीं देना होता। हालांकि यदि आपकी एफडी पर किसी एक वित्तीय वर्ष में कमाया गया ब्याज 10 हजार रुपए से ज्यादा है तो उस पर 10 फीसदी के हिसाब से टीडीएस कटेगा। उस पर भी यदि आपने पैन (परमानेंट अकाउंट नंबर) प्रोवाइड नहीं किया हुआ है, तो 20 फीसदी की दर से टैक्स काटा जा सकता है।
लिक्विडिटी : पूंजी की सुरक्षा और ब्याज की निश्चित दर के अलावा एफडी के साथ लिक्विडिटी भी रहती है। आवश्यकता के समय इन्हें कभी भी तुड़वाया या भुनवाया जा सकता है। आप चाहे तो एफडी को मैच्योरिटी तक जारी रखे सकते हैं। मैच्योरिटी की अवधि से पहले भी इसे भुनाया जा सकता है।
एफडी पर मिलता है लोन : अगर आपको धन की तत्काल आवश्यकता है तो आप एफडी पर लोन ले सकते हैं। सहूलियत के अनुसार आप इसका भुगतान कर सकते हैं। आपको ब्याज तो देना होगा पर एफडी बच जाएगी।
एफडी तोड़ने पर भी मिलता है ब्याज : अगर आप लोन नहीं लेना चाहते हैं तो कभी भी बैंक जाकर एफडी तोड़ सकते हैं। अगर आप एक निश्चित अवधि के बाद एफडी तुड़वाते हैं तो बैंक आपको मूल रकम पर ब्याज भी अदा करते हैं। सामान्यत: 45 दिनों से पहले एफडी तुड़वाने पर आपको ब्याज नहीं मिलता है।