friendship day kyu manaya jata hai: हमारे जीवन में कई रिश्ते होते हैं, माता-पिता, भाई-बहन, जीवनसाथी लेकिन दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है जिसे हम खुद चुनते हैं। यह रिश्ता खून से नहीं, बल्कि दिल और समझ से जुड़ता है। इसीलिए जब फ्रेंडशिप डे आता है, तो हम अपने सबसे करीबी दोस्तों को खास महसूस कराने की कोशिश करते हैं। हर साल अगस्त के पहले रविवार को मनाया जाने वाला फ्रेंडशिप डे, महज एक तारीख नहीं बल्कि उन हसीन पलों का जश्न होता है जो हमने अपने दोस्तों के साथ जिए हैं।
आज के तेज भागते जीवन में जहां रिश्तों में दूरी बढ़ रही है, वहीं फ्रेंडशिप डे एक खूबसूरत मौका बनता है यह जताने का कि दोस्ती आज भी उतनी ही गहरी और जरूरी है जितनी पहले थी। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगस्त के इस पहले रविवार को ही फ्रेंडशिप डे क्यों मनाया जाता है? इस खास दिन के पीछे की कहानी क्या है? आइए जानते हैं विस्तार से।
फ्रेंडशिप डे का इतिहास
फ्रेंडशिप डे की शुरुआत सबसे पहले अमेरिका में 1930 में हुई थी, जब कार्ड कंपनी Hallmark ने यह सुझाव दिया कि एक ऐसा दिन होना चाहिए जो पूरी तरह से दोस्तों को समर्पित हो। उस समय इसका उद्देश्य लोगों को ग्रीटिंग कार्ड और उपहार देने के लिए प्रोत्साहित करना था, लेकिन धीरे-धीरे यह दिन एक भावनात्मक और सामाजिक महत्व लेने लगा।
1958 में पैराग्वे देश में पहली बार अंतरराष्ट्रीय फ्रेंडशिप डे को आधिकारिक तौर पर मनाया गया। वहीं, संयुक्त राष्ट्र (UN) ने 2011 में 30 जुलाई को International Day of Friendship घोषित किया। हालांकि, भारत समेत कई देशों में फ्रेंडशिप डे अगस्त के पहले रविवार को मनाया जाता है, जो युवाओं और कॉलेज स्टूडेंट्स के बीच खासा लोकप्रिय है।
अगस्त में ही क्यों मनाया जाता है फ्रेंडशिप डे?
भारत में अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाने का कोई एकमात्र सरकारी नियम नहीं है, लेकिन इसकी लोकप्रियता का कारण स्कूल और कॉलेज का वातावरण है। यह समय ऐसा होता है जब नया सत्र शुरू होता है, नए दोस्त बनते हैं और पुराने दोस्तों से दोबारा मिलने का मौका मिलता है। साथ ही, रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस जैसे त्योहारों के बीच यह दिन भावनात्मक रूप से भी मेल खाता है।
युवाओं और सोशल मीडिया की दुनिया में फ्रेंडशिप बैंड्स, गिफ्ट्स, मैसेज, इंस्टाग्राम स्टोरीज और सेल्फी पोस्ट करना एक चलन बन चुका है। इसलिए यह दिन अगस्त के पहले रविवार को एक सोशल और इमोशनल ट्रेंड बन गया है।
कैसे मनाते हैं लोग फ्रेंडशिप डे?
इस दिन लोग अपने दोस्तों को फ्रेंडशिप बैंड्स बांधते हैं, गिफ्ट देते हैं, साथ समय बिताते हैं या पुरानी यादें ताजा करते हैं। आजकल डिजिटल युग में यह दिन ऑनलाइन भी खूब मनाया जाता है, व्हाट्सएप मैसेज, फेसबुक पोस्ट, रील्स और थ्रोबैक फोटोज़ के ज़रिए लोग अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं।
कुछ लोग इस दिन अपने उन दोस्तों को भी याद करते हैं जिनसे संपर्क टूट गया है और फिर से रिश्ता जोड़ने की कोशिश करते हैं। यही तो है दोस्ती की खूबसूरती, वक्त चाहे जितना बीत जाए, अगर दिल से याद करो तो रिश्ता दोबारा वही गर्माहट दे सकता है।
क्यों जरूरी है दोस्ती को सेलिब्रेट करना?
आज की व्यस्त ज़िंदगी में, जब हर कोई अपने काम और स्ट्रेस में उलझा हुआ है, दोस्ती वो रिश्ता है जो बिना किसी अपेक्षा के साथ निभाया जाता है। एक सच्चा दोस्त न सिर्फ आपके सुख में हंसता है, बल्कि दुख में आपके साथ खड़ा रहता है। इसलिए दोस्ती का जश्न मनाना जरूरी है, यह हमें इमोशनल सपोर्ट, भरोसा, खुशी और मानसिक शांति देता है।
फ्रेंडशिप डे हमें यह याद दिलाता है कि रिश्तों को संजोना, छोटी-छोटी बातों में साथ देना और एक-दूसरे के लिए समय निकालना कितना ज़रूरी है। यह दिन सिर्फ सेल्फी और स्टेटस के लिए नहीं, बल्कि रिश्तों की गहराई को महसूस करने का दिन है।