हम सभी के आस-पास न जाने कितने ऐसे लोग होते हैं जिन्हें हम अपना दोस्त कह देते हैं। लेकिन क्या वे सच में आपके दोस्त होते हैं? कभी सोचा है? आइए एक नजर डालें हमारे आस-पास के इन दोस्तों पर और पहचानें कि ये दोस्त किस टाइप के हैं। टेम्परेरी दोस्त या परमानेंट दोस्त? सच्चे दोस्त या झूठे दोस्त? आप खुद ही जान जाएंगे। लेकिन हां, जरूरत हमें इन सभी प्रकार के दोस्तों की कभी न कभी पड़ती है और चाहे न चाहे आप अपने पूरे जीवन में इन सभी तरह के दोस्तों से रूबरू हो ही जाते हैं।
1. लंगोटिया दोस्त : ये होते हैं आपके बचपन के यार। कई बार ये आपके स्कूल के दोस्त होते हैं तो कभी पड़ोस में ही रहने से आपकी और इनकी दोस्ती बचपन से ही हो जाती है और फिर ये जीवनभर आपसे जुड़े रहते हैं।
2. पारिवारिक दोस्त : इनके साथ आपकी दोस्ती होती है परिवार की वजह से, क्योंकि आपके पैरेंट्स और उसके पैरेंट्स दोस्त हैं जिस वजह से दोनों फैमिली का एक-दूसरे के घर आना-जाना लगा ही रहता है। इस कारण आप दोनों में भी दोस्ती हो गई। सभी पारिवारिक सदस्य एक-दूसरे के दोस्त होते हैं इसलिए ये दोस्ती लंबी चलती है और ये आपके दोस्त कम, बल्कि संगे-संबंधी जैसे ही पेश आते हैं।
3. मां जैसे दोस्त: दोस्त हैं कि आपकी मां, कई बार आप आपको समझ नहीं आएगा। किस्मत अच्छी हो तो आपको स्कूल, कॉलेज या ऑफिस कहीं भी ये मिल सकते हैं। ये आपको बच्चों जैसा ट्रीट करते हैं और आपका बहुत ध्यान रखते हैं। आपकी सारी गलतियां भी छुपा लेते हैं और कई बार तो आपको डांट से बचाने के लिए ये खुद पर भी इल्जाम लेने से पीछे नहीं हटते हैं। ये आपके लिए जान भी दे सकते हैं, ऐसा इनके व्यवहार से लगता है।
4. फेंकने वाले दोस्त : इनके साथ जब भी कोई अच्छी बात हो जाए तो ये आपको बताने के लिए जरूर आते हैं। इन्हें आपकी बातें सुनने में कोई रुचि नहीं होती। ये केवल अपनी ही अपनी हांकते हैं। ये दिखावे के लिए आपसे कई प्रश्न पूछते तो हैं, पर आप जवाब दें, इससे पहले ही ये अपने ही बारे में कोई दूसरी बात बताना शुरू कर देते हैं।
5. मतलबी दोस्त : वैसे तो ये आपके दोस्त नहीं होते लेकिन जब भी इन्हें आपसे कोई काम हो तब ये खुद को आपका दोस्त बताते हैं और अपना काम निकालकर आपसे किनारा कर लेते हैं।
6. स्कूल-कॉलेज के दोस्त : ये दोस्त आपके स्कूल व कॉलेज के साथी होते हैं। स्कूल-कॉलेज खत्म होते ही कुछ एक ही आगे तक आपकी लाइफ में बने रहते हैं, बाकी के धीरे-धीरे किनारा होते जाते हैं।
7. वर्कप्लेस दोस्त : जहां आप नौकरी या काम करते हैं, ये वहां पर बने दोस्त होते हैं। ये आपके कलीग या सहकर्मी होते हैं, जो एक ही जगह साथ में 8-9 घंटे बिताने के कारण आपके दोस्त बन जाते हैं। कई बार ये आपकी ही टीम या डिपार्टमेंट के सदस्य होते हैं जिनसे आपको काम के सिलसिले में कई बार बात करनी होती है और इस तरह ये आपके दोस्त बन जाते हैं। कंपनी बदलने के बाद कुछ एक आगे तक आपकी लाइफ में बने रहते हैं, बाकी के धीरे-धीरे किनारे-किनारे होते जाते हैं।
8. कॉफी व टी टाइम फ्रेंड : ये वे दोस्त होते हैं जिनसे आप केवल कॉफी व टी ब्रेक में ही बात करते हैं। ये आपके ऑफिस या अन्य संस्थान के किसी भी दूसरे विभाग के दोस्त हो सकते हैं। 10-15 मिनट के ब्रेक के अलावा आपका उनसे कोई लेना-देना नहीं होता है।
9. मस्तीखोर दोस्त : ये हर एक ग्रुप में होते हैं। थोड़े बेफिक्र होते हैं और हंसी-मजाक करते रहते हैं। ये इनके ग्रुप में हर किसी के चहेते होते हैं।
10. दुखी दोस्त : ग्रुप का कोई एक सदस्य अकसर इस टाइप का मिल जाता है। ये हमेशा किसी न किसी बात से परेशान रहते हैं और आप इनका कंधा होते हैं और हमेशा इन्हें सहारा ही देते रहते हैं।
11. व्यावसायिक दोस्त : समान व्यवसाय होने से ये लोग आपके दोस्त बन जाते हैं और आपके साथ मिल-जुलकर व्यवसाय करते हैं। कई बार ये आपके बिजनेस पार्टनर होते हैं।
12. हॉबी दोस्त : कई बार समान चीज पसंद होने से ये आपके दोस्त बन जाते हैं। इस टाइप में कई दोस्त आते हैं, जैसे वे दोस्त जिनके साथ आप केवल मूवी देखने जाते हैं या जिनके साथ आप क्रिकेट खेलते हैं।
13. लड़ाकू दोस्त : ये आए दिन किसी न किसी बात पर आपसे नाराज हो जाएंगे। इन्हें आप में कई बुराइयां दिखती हैं। पूरे टाइम ये आपको सुधारने में ही लगे रहते हैं और आपसे झगड़ा भी करते हैं लेकिन आपकी जिंदगी से जाते नहीं हैं। हमेशा आपके साथ रहते हैं।