प्रश्न : दद्दू जी, स्वयं इतना नामी वकील होने के बावजूद भी पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता चिदंबरम साहब कानूनी शिकंजे में फंसते जा रहे है। कांग्रेस के नामी-गिरामी वकील भी उनकी मदद नहीं कर पा रहे है। शीर्ष कोर्ट के शीर्ष वकीलों में शुमार होने के कारण जरूर उनके प्रति जजों के मन में सम्मान भी रहा होगा पर यह सम्मान व प्रतिष्ठा भी किसी काम नहीं आ रही है, क्यों?
उत्तर : देखिए सम्मान व प्रतिष्ठा तभी बनी रहती है जब कटघरे में कोई और हो और आप उसे बचाने के लिए कानून से लड़ रहे हों। जब कटघरे में आप स्वयं हों तो एक झटके में सारा सम्मान व प्रतिष्ठा भी कटघरे में आ जाती है। रही बात उन्हें बचाने में कांग्रेस के दिग्गज वकीलों की दलीलें बेकार साबित होने की तो मरीज व मुवक्किल को एक तथ्य हमेशा ध्यान में रखना चाहिए कि डॉक्टर और वकील के काम में नाहक टांग नहीं अड़ाना चाहिए वरना केस सुलझने के स्थान पर बिगड़ भी सकता है। चिदंबरम साहब स्वयं बड़े वकील हैं। जरूर उन्होंने अपने वकीलों के काम में टांग अड़ाई होगी। अधिक समझदार बन उनके काम के बीच अपनी अकल झाड़ी होगी। तभी केस बिगड़ रहा है।