आईबीएम बोफिन्स ने दुनिया के छोटे कम्प्यूटर को बनाया है। यह कम्प्यूटर अनाज के दाने के बराबर छोटा है। आईबीएम ने लास वेगास में एक इवेंट के दौरान माइक्रो माइक्रो कम्प्यूटर को दुनिया के सामने रखा। कंपनी के मुताबिक यह दुनिया का सबसे छोटा कम्प्यूटर है। इसे एंटी फ्रॉड डिवाइस के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। इस डिवाइस में एक चिप है। इस चिप के अंदर प्रोसेसर, मैमोरी और स्टोरेज समेत पूरा कम्प्यूटर सिस्टम मौजूद है। यह कम्प्यूटर पांच साल में उपलब्ध करवाने की योजना है।
आईबीएम का दावा है कि माइक्रो कंप्यूटर यानी ये डिवाइस एक एंटी फ्रॉड डिवाइस है। इसका मकसद ऐसी तकनीक विकसित करना है, जिससे प्रोडक्ट्स पर तकनीक की मदद से वाटर मार्क लगाया जा सके। इससे चोरी और धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी। इस डिवाइस में एक चिप लगी है इसके अंदर प्रोसेसर, मेमोरी और स्टोरेज सहित पूरा कंप्यूटर सिस्टम मौजूद है। इस कम्प्यूटर की कीमत सिर्फ 7 रुपए होगी।
ये बेहद सस्ते भी होंगे, इसलिए इन्हें लगाकर ढेर सारी उत्पादों को सुरक्षित बनाया जा सकेगा। आईबीएम पांच तकनीक विकसित कर रहा है, क्रिप्टो एंकर व ब्लॉक चेन, लेटिस क्रिप्टोग्राफिक एंकर, एआई बायस, एआई पावर रोबोट माइक्रोस्कोप और क्वांटम कंप्यूटर। वन स्वॉयर मिलीमीटर साइज की इस डिवाइस को आईबीएम ने "क्रिप्टो एंकर प्रोग्राम" के तहत तैयार किया है। यही वजह है कि इसे एंटी फ्रॉड डिवाइस का नाम दिया गया है।
कंपनी का दावा है कि इस डिवाइस की मदद से फैक्टरी से निकलने से लेकर कंज्यूमर तक पहुंचने के बीच में प्रोडक्ट से होने वाली छेड़छाड़ को रोका जा सकता है। इस डिवाइस की मदद से काला बाजारी और खाद्य समस्याओं से निपटने के लिए उत्पाद में क्रिप्टोग्राफिक्स एंकर लगाए जा सकते हैं, जिससे सप्लाई चेन में होने वाली गड़बड़ी को तुरंत पकड़ा जा सकता है।