Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

गणेश चतुर्थी : रावण के भाई वि‍भीषण ने गुफा में छुपे गणेशजी को ढूंढकर किया था सिर पर वार

हमें फॉलो करें गणेश चतुर्थी : रावण के भाई वि‍भीषण ने गुफा में छुपे गणेशजी को ढूंढकर किया था सिर पर वार

अनिरुद्ध जोशी

भाद्रपद की चतुर्थी से गणेश उत्सव का प्रारंभ होता है जो अनंत चतुर्दशी तक चलता है। इस बार 10 सितंबर से 19 सितंबर 2021 तक गणेश उत्सव रहेंगे। दक्षिण भारत में गणेश पूजा का बहुत प्रचलन है। वहां पर भगवान कार्तिकेय और महालक्ष्मी की पूजा के साथ ही गणेश पूजा भी की जाती है। आओ जानते हैं वहां के 5 खास मंदिरों की जानकारी।
 
 
रॉकफोर्ट उच्ची पिल्लयार मंदिर, तमिलनाडु : तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली (त्रिचि) में रॉक फोर्ट नामक पहाड़ी के सबसे उपर स्थित उच्ची पिल्लयार मंदिर बहुत ही प्राचीन माना जाता है। दक्षिण भारत में इससे जुड़ी एक मान्यता है कि यहां रावण के भाई विभीषण ने एक बार भगवान गणेशजी पर वार किया था।
 
कथा अनुसार राम ने उन्हें विष्णु की मूर्ति लंका में विराजमान करने के लिए दी थी और शर्त यह थी कि ले जाते वक्त भूमि पर न रखें अन्यथा ये मूर्ति वहीं विराजमान हो जाएगी। इधर, देवता लोग नहीं चाहते थे कि यह मूर्ति राक्षस राज्य में विराजमान हो तब उन्होंने गणेशजी को पाठ पढ़ा दिया। बिचारे गणेश जी एक बालक का वेशधारण करके विभीषण के पीछे हो लिए। रास्त में विभीषण ने सोच थोड़ा स्नान ध्यान कर लिया जाए। उन्होंने उस बालक को देखकर कहा कि ये मूर्ति संभालों इसे नीचे मत रखना मैं अभी नदी में स्नान करके आता हूं।
 
बालरूप में गणेशजी ने वह मूर्ति ले ली और उनके जाने के बाद भूमि पर रख दी और जाकर उक्त पहाड़ी पर छुप गए। जब वि‍भीषण को पता चला तो दिमाग खराब हो गया वह उस बालक को ढूंढते हुए उसी पहाड़ी की चोटी पर पहुंच गए जहां उन्होंने उस बालक को देखकर उसके सिर पर प्रहार किया। तब गणेशजी अपने असली रूप में प्रकट हो गए तो यह देखकर विभीषण पछताए और उन्होंने क्षमा मांगी तभी से इस चोटी पर गणेशजी विराजमान हैं। हालांकि इसका संबंध 7वीं शताब्दी से बताया जाता है। 273 फुट की ऊंचाई पर बसे इस मंदिर में 400 के लगभग सीढ़ियां हैं।
webdunia

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

हरतालिका तीज व्रत आज, 3 शुभ मंत्र से मां पार्वती देंगी सौभाग्य का वरदान