चाय के बाद कॉफी सबसे अधिक मात्रा में पी जाती है। करोड़ों लोग दुनिया में कॉफी का सेवन करते हैं। अक्सर लोग कॉफी को स्ट्रेस बस्टर के रूप में भी पीते हैं। तो कई बार कॉफी बीमारी में भी दवा का काम करती है। इसके अलावा सेहत, ब्यूटी टिप्स, फूड आइटम्स में भी इसका अधिक प्रयोग किया जाता है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि यंगस्टर्स में कॉफी सबसे अधिक लोकप्रिय है। कॉफी के प्रति लोगों की दिवानगी काफी बढ़ गई है। कॉफी कई लोग पीते हैं लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि कॉफी असल में कहां से आई है। अगर आप नहीं जानते हैं तो आज इस पोस्ट में जान लीजिए।
इस तरह हुई कॉफी से मुलाकात
जी हां, दुनिया में कॉफी सबसे पहले लाल सागर के दक्षिणी छोर पर स्थित यमन और इथियोपिया की पहाड़ी में मिली थी। इसके बाद साल 1414 तक कॉफी का प्रचलन मक्का तक बढ़ गया। कहा जाता है 15वीं शताब्दी के दौरान कॉफी का इस्तेमाल केवल सूफी संत अधिक करते थे। कॉफी के प्रति लोगों का रूझान इस कदर बढ़ गया कि लोग मस्जिद की बजाए कॉफी हाउस की ओर रूझान बढ़ गया। बहुत-बहुत देर तक कॉफी हाउस में बैठकर चर्चित मुद्दों पर चर्चा करते थे। तो कोई शतरंज खेलते थे। हालांकि जिस कदर लोगों को रूझान कॉफी के प्रति बढ़ने लगा था उसके उलट परिणाम सामने आने लगे। जी हां, मुराद चतुर्थ के राज में कॉफी हाउस को षडयंत्र अड्डा कहा जाने लगा था। वहां जाने पर मौत की सजा का प्रावधान निकाला गया। गौरतलब है कि यूरोप में कॉफी को अच्छा पेय नहीं माना जाता था। वहीं 16वीं शताब्दी में एक महिला ने जब कॉफी पी तो वह अभिभूत हो गई। और कॉफी पर मुस्लिमों के एकाधिकार को हटाने का प्रयास किया। इसके बाद से कॉफी धीरे-धीरे अन्य देशों में पहुंचने लगी।
विश्व कॉफी दिवस का इतिहास
हर साल 1 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय कॉफी दिवस (International Coffee Day) मनाया जाता है। 1963 में लंदन में स्थापित विश्व कॉफी संगनठन ने अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस बनाने का विचार किया था। इसके बाद 1 अक्टूबर 2015 को इसे पहली बार मनाया गया। कुछ देशों में अलग -अलग तारीख को कॉफी दिवस मनाते हैं। नेपाल में 17 नवंबर,2005 को पहली बार कॉफी दिवस मनाया गया था। चीन में 1997 में पहली बार कॉफी दिवस मनाया गया था। आज कॉफी को लेकर अलग-अलग प्रयास किए जाते हैं और कॉफी प्रेमियों को सर्व की जाती है। वैसे देखा जाएं तो यंगस्टर्स के बीच कॉफी सबसे अधिक लोकप्रिय है।
कॉफी दिवस मनाने का महत्व -
इस दिवस को इसलिए मनाया जाता है ताकि कॉफी की खेती करने वाले किसानों को समर्थन मिलता रहे। देश-दुनिया में कॉफी के निष्पक्ष कारोबार को बढ़ावा मिले। कॉफी की उगाई करने में आ रही परेशानी को सामने लाकर समस्या का समाधान करना।