Telangana Formation Day 2023
इतिहास पढ़ते समय आपने रामप्पा मंदिर के बारे में तो पढ़ा ही होगा। इस मंदिर को रुद्रेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल ये मंदिर तेलंगाना राज्य में स्थित है। तेलंगाना अपनी वाइल्डलाइफ और प्राचीन आर्किटेक्चर के लिए काफी प्रसिद्ध है। साथ ही भारतीय इतिहास में भी तेलंगाना का बहुत महत्वपूर्ण स्थान रहा है। तेलंगाना की संस्कृति और परंपरा के महत्व को बनाए रखने के लिए भारत में हर साल 2 जून को तेलंगाना स्थापना दिवस (Telangana Formation Day) मनाया जाता है। चलिए जानते हैं इस दिवस से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में......
क्या है तेलंगाना स्थापना दिवस का इतिहास?
दरअसल 1 जुलाई 2013 को कांग्रेस वर्किंग कमेटी द्वारा तेलंगाना को अलग राज्य के रूप में स्थापित करने का प्रस्ताव पारित किया था। विभिन्न चरणों के बाद तेलंगाना राज्य के गठन के लिए 'आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम 2014 बिल' फरवरी 2014 में संसद में पारित किया गया। इसके बाद 2014 में इस बिल को राष्ट्रपति द्वारा पारित किया गया। 2 जून 2014 को तेलंगाना भारत के 29वे राज्य के रूप में स्थापित हुआ।
तेलंगाना राज्य से जुड़े 7 रोचक तथ्य
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तेलंगाना हैदराबाद रियासत का हिस्सा था जिस पर ब्रिटिश राज के समय निज़ामों का शासन था। 1948 में यह भारत संघ का हिस्सा बन गया।
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1956 में हैदराबाद राज्य को भंग कर दिया और आंध्र प्रदेश राज्य बनाने के लिए तेलंगाना को आंध्र प्रदेश में शामिल कर लिया गया था।
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2 जून 2014 को तेलंगाना, भारत का 29वा राज्य बना।
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तेलंगाना की 77% जनसंख्या तेलगु भाषा बोलती है। साथ ही 12% जनसंख्या उर्दू का इस्तेमाल करती है और 11% अन्य भाषाओं का।
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बथुकम्मा, दशहरा के दौरान मनाया जाने वाला तेलंगाना का एक प्रसिद्ध त्योहार है।
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जून-जुलाई तक तेलंगाना में बोनालू त्यौहार मनाया जाता है। 2023 में ये त्यौहार 25 जून से 16 जुलाई तक मनाया जा रहा है।
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तेलंगाना अपने शिल्प के लिए भी प्रसिद्ध है। बिद्री शिल्प, बंजारा सुई शिल्प, डोकरा धातु शिल्प, निर्मल कला और कांस्य कास्टिंग जैसे कई शिल्पा शामिल हैं।