'गुलाबी आंखें' से लेकर 'अगर तुम साथ हो' जैसे कई गाने आपको बहुत पसंद होंगे। म्यूजिक को सिर्फ एक कला कहना सही नहीं होगा। म्यूजिक हमारे लिए थेरेपी है जो हमारे दिमाग को शांत करता और हमारे मूड को लिफ्ट करता है। दरअसल आप अपने मूड के हिसाब से म्यूजिक सुने न सुने पर म्यूजिक आपका मूड बहुत आसानी से बदल सकता है। बढ़ते ज़माने के साथ म्यूजिक का ट्रेंड भी काफी बदल गया है। इंस्टाग्राम आने के बाद कई म्यूजिक सोशल मीडिया पर बहुत ट्रेंड करते हैं। पिछले कुछ सालों में लोग कंटेंट के अनुसार म्यूजिक को चुनते थे पर अब म्यूजिक के अनुसार लोग कंटेंट बनाते हैं। संगीत के इन्हीं महत्व को देखते हुए हर साल 21 जून को वर्ल्ड म्यूजिक डे(World Music Day) मनाया जाता है। चलिए जानते हैं इससे जुड़ी सारी जानकारी के बारे में..
क्या है वर्ल्ड म्यूजिक डे का इतिहास
पहला इंटरनेशनल म्यूजिक डे 1982 में मनाया गया था। उस साल का सबसे लंबा दिन था जिसे समर सोल्स्टिस भी कहा जाता है। यह दिवस पहली बार पेरिस में Fête de la Musique नाम से मनाया गया था। इस दिवस की शुरुआत फ्रेंच के राजनेता जैक लंग द्वारा की थी। उन्होंने इस दिवस की शुरुआत के लिए म्यूजिक कंपोजर और रेडियो प्रोड्यूसर मौरिस फ्लूरेट की मदद ली थी। मौरिस को संगीत की स्टडी करते समय पता चला कि फ्रांस में हर दो में से एक व्यक्ति म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट बजाता है। इसके बाद उन्होंने समर सोल्स्टिस पर लोगों को उनके घरों से बाहर लाने और फिर इस कार्यक्रम को विश्व संगीत दिवस के रूप में मनाने का विचार किया।
वर्ल्ड म्यूजिक डे से जुड़े ज़रूरी तथ्य
1. वर्ल्ड म्यूजिक डे को Fête de la Musique नाम से भी जाना जाता है।
2. 120 से भी ज्यादा देशों में वर्ल्ड म्यूजिक डे मनाया जाता है।
3. इस दिन कई देशों में फ्री कॉन्सर्ट भी आयोजित किए जाते हैं।
4. म्यूजिक आपकी फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ाता है।
5. गिनेस वर्ल्ड रिकॉर्ड के अनुसार रोड स्टीवर्ट ने सबसे बड़ा फ्री कॉन्सर्ट आयोजित किया है।
6. एस्ट्रोनॉट क्रिस हैडफील्ड ने एक एल्बम रिलीज़ की थी जिसमें सारे गाने अंतरिक्ष में रिकॉर्ड किए गए थे।
7. जिंगल बेल गाना क्रिसमस के लिए बल्कि धन्यवाद देने के लिए बनाया गया था।
8. एक साउथ कोरियन वैज्ञानिक के अनुसार म्यूजिक की मदद से पौधे जल्दी ग्रो होते हैं।