World Telecommunication and Information Society Day 2023
World Telecommunication and Information Society Day: आज का समय ऐसा है जिसमें कोई इंटरनेट और टेक्नोलॉजी के फायदे या नुकसान पर डिबेट नहीं करना चाहता है। आज की दुनिया बिना इंटरनेट की कल्पना करना यानी मार्वल हीरो की नई दुनिया में जाने जैसा है; लगभग असंभव। इंटरनेट और टेक्नोलॉजी में आज आप खुद देख सकते हैं कि हम कहां हैं। सिर्फ टेलीकम्युनिकेशन के कारण आज हर व्यक्ति लगभग सभी विषय में बेसिक जानकारी रखता है। टेक्नोलॉजी के माध्यम से आज हम किसी भी चीज़ को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और कम समय में अपना काम भी पूरा कर सकते हैं। टेक्नोलॉजी के इन्हीं महत्व को ध्यान में रखते हुए हर साल 17 मई को वर्ल्ड टेलीकम्युनिकेशन एंड इन्फॉर्मेशन सोसाइटी डे (world telecommunication and information society day) मनाया जाता है। चलिए जानते हैं इस दिवस से जुड़ी सारी जानकारी के बारे में....
World telecommunication and information society day क्यों मनाया जाता है?
इस दिवस के ज़रिए इंटरनेट, अन्य इन्फॉर्मेशन और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी को अन्य सोसाइटी और कम्युनिटी में पहुंचाया जाए। साथ ही इन सोसाइटी को टेक्नोलॉजी के लिए जागृत भी किया जाए।
World telecommunication and information society day का इतिहास
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World Telecommunication Day: 17 मई 1969 को वर्ल्ड टेलीकम्यूनिकेशन डे (world communication day) की शुरुआत हुई जब पहला इंटरनेशनल टेलीग्राफ कन्वेंशन साइन किया गया था और इंटरनेशनल टेलीकम्यूनिकेशन यूनियन की शुरुआत हुई थी।
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World Information Society Day: नवंबर 2005 को यूनाइटेड नेशन जनरल असेंबली द्वारा ये प्रस्ताव रखा गया कि हर साल 17 मई क वर्ल्ड इन्फॉर्मेशन सोसाइटी डे (world information society day) मनाया जाएगा। मार्च 2006 में इस प्रस्ताव को अडॉप्ट किया गया।
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World Telecommunication and Information Society Day: नवंबर 2006 को इंटरनेशनल टेक्नोलॉजी यूनियन कि कांफ्रेंस में ये निर्धारित किया गया कि इन दोनों दिवस को मर्ज किया जाए और हर साल 17 मई को वर्ल्ड टेलीकम्युनिकेशन एंड इन्फॉर्मेशन सोसाइटी डे मनाया जाए।
World telecommunication and information society day 2023 की थीम
इस साल की थीम “Empowering the least developed countries through information and communication technologies” निर्धारित की गई है ताकि डेवलपिंग देशों का विकास टेक्नोलॉजी के माध्यम से किया जा सके और टेक्नोलॉजी गैप को भरा जा सके। साथ ही टेक्नोलॉजी और कम्युनिकेशन के माध्यम से सभी देशों को विश्व से जोड़ा जा सके।