गुजरात विधानसभा चुनाव में एक तरफ भाजपा वंशवाद को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला कर रही है, वहीं दूसरी ओर भाजपा में भी परिवारवाद को बढ़ावा देने की खबरें भी सामने आ रही हैं। इतना ही नहीं भाजपा ने तो वंशवाद के खिलाफ नारा भी गढ़ लिया है- 'विकासवाद जीतेगा, वंशवाद हारेगा'।
भाजपा ने विधानसभा उम्मीदवारों की पांचवी सूची भी जारी कर दी है। इस सूची में भाजपा सांसद की पुत्रवधू को भी उम्मीदवार बनाया गया है। इस सूची के मुताबिक कालोल सीट से सुमन बेन चौहान को उम्मीवदार बनाया गया है। सुमन पंचमहाल से भाजपा सांसद प्रभात चौहान के बेटे प्रवीण की पत्नी हैं। प्रभात हाल ही में कांग्रेस से भाजपा में लौटे हैं।
बताया जा रहा है कि प्रभात चौहान ने कालोल सीट से अपनी पत्नी रंगेश्वरी या फिर पुत्र प्रभात चौहान के लिए टिकट मांगा था, लेकिन सूची में सुमन का नाम आ गया। सुमन की उम्मीदवारी से उनकी सास यानी रंगेश्वरी चौहान काफी नाखुश बताई जा रही हैं।
बताया जा रहा है कि रंगेश्वरी ने अपने पति प्रभात को खुला चैलेंज दिया है कि यदि उनमें हिम्मत है तो कालोल में प्रचार करके दिखाएं। रंगेश्वरी ने सोशल मीडिया पर भी अपना विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने फेसबुक पर अपनी पोस्ट के बारे में टीवी चैनलों को बताया कि यह पोस्ट खुद उन्होंने ही की है।
उन्होंने अपनी पोस्ट में सवाल उठाते हुए कहा कि कालोल में 21 लोगों ने टिकट मांगी थी, लेकिन आखिर में सुमन चौहान को टिकट क्यों दी गई? जिस उम्मीदवार को अपनी सीट का सीमांकन और मतदाताओं का गणित ही मालूम नहीं है, उसे भाजपा टिकट कैसे दे सकती है। हालांकि बाद में रंगेश्वरी ने अपनी पोस्ट हटा ली।
राजनीतिक सूत्र बता रहे हैं कालोल में भाजपा का फैसला उसके लिए उलटा भी पड़ सकता है। क्योंकि पारिवारिक कलह के चलते यहां भाजपा की मुश्किलें बढ़ भी सकती हैं।