-हरीश चौकसी
गुजरात के पाटीदार आंदोलन से सुर्खियों में आए हार्दिक पटेल कांग्रेस का समर्थन भी कर रहे हैं और उससे दूरी भी बनाए हुए हैं। सोशल मीडिया में तो उन्हें कांग्रेस का एजेंट भी कहा जाने लगा है। कई जगह उनके पुतले भी फूंके गए।
गौरतलब है कि हार्दिक कांग्रेस के नेताओं के साथ मेलजोल तो बढ़ा रहे हैं, लेकिन वे इसका खुलासा नहीं कर रहे हैं कि कांग्रेस में जाएंगे या नहीं। माना जा रहा है कि सिर्फ 23 साल की उम्र में हार्दिक गुजरात की राजनीति को अच्छी तरह समझ गए हैं। इसी के चलते वे हर कदम फूंक-फूंक कर उठा रहे हैं।
हार्दिक पटेल की सभाओं में अभी भी अच्छी संख्या में लोग आ रहे हैं। राजनीति के जानकार इसे किसी करिश्मे से कम नहीं मान रहे हैं। कांग्रेस के ही नेताओं का मानना है कि हार्दिक कांग्रेस में शामिल नहीं हुए हैं इसीलिए खुलकर भाजपा के खिलाफ बोल पा रहे हैं। उनका मानना है कि उनकी मुसीबतों का हल हार्दिक ही निकाल सकते हैं। फिलहाल पाटीदारों का बड़ा वर्ग हार्दिक के साथ है, यदि वे कांग्रेस में शामिल होते हैं तो यह गणित भी गड़बड़ा सकता है।
दूसरी ओर दलित नेता जिग्नेश मेवाणी भी हार्दिक की रणनीति पर आगे बढ़ रहे हैं। कोई आश्चर्य नहीं कि विधानसभा चुनाव में ये दोनों ही युवा नेता भाजपा को झटका दे दें।