गुजरात विधानसभा के लिए आखिरी दौर की वोटिंग 14 दिसंबर को होगी। चुनाव प्रचार में सभी दलों और नेताओं ने अपनी पूरी ताकत लगाई। इनमें नरेन्द्र मोदी, राहुल गांधी, अमित शाह आदि ने बाजी अपने पक्ष में करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। इन चेहरों की ओर मीडिया भी आकर्षित हुआ, लेकिन एक चेहरा ऐसा भी रहा जिसने अपनी अलग ही जगह बनाई।
हम हार्दिक पटेल की बात कर रहे हैं। हार्दिक इन सब दिग्गजों के बीच सोशल मीडिया के हीरो बनकर उभरे। एक जानकारी के मुताबिक पाटीदार आंदोलन समिति के संयोजक हार्दिक पटेल ने थोड़े दिन पहले सूरत में एक रैली की थी, उसमें लाखों लोग मौजूद थे, लेकिन किसी भी मीडिया हाउस ने इस रैली को ज्यादा अहमियत नहीं दी। जानकार लोग तो इसे भाजपा की करामात बता रहे हैं।
उनका मानना है कि भाजपा को राहुल से ज्यादा हार्दिक का डर सता रहा था क्योंकि यदि उनकी रैली में ज्यादा संख्या दिखाई देती तो इससे भाजपा के लिए मुश्किल पैदा हो सकती थी। इसीलिए भाजपा ने इस रैली से मीडिया को दूर रखने का पूरा खेल रचा। लेकिन इस खेल में ज्यादा सफलता इसलिए नहीं मिल पाई क्योंकि हार्दिक की सूरत रैली को फेसबुक पर 37 हजार लोगों ने लाइव देखा। इसके बाद तो हार्दिक की हर रैली फेसबुक पर लाइव देखी गई।
बताया जाता है कि इसके बाद फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने हार्दिक को मिलने का न्योता भेज दिया। संभवत: यह पहला मौका है जब बिना पद वाले किसी युवा को जुकरबर्ग ने न्योता भेजा हो। कहा तो यह भी जा रहा है कि गत सोमवार को भी अहमदाबाद में भाजपा ने एक और खेल रचा।
अहमदाबाद पुलिस ने राहुल गांधी, पीएम मोदी और हार्दिक के रोड शो को मंजूरी नहीं दी। ऐसा ट्रैफिक समस्या के चलते किया गया। हकीकत में भाजपा को डर था कि मोदी की रैली में ज्यादा लोग नहीं जुट पाएंगे क्योंकि राहुल और हार्दिक एकसाथ रैली निकालेंगे तो निश्चित ही संख्या ज्यादा होगी। हालांकि रोक के बावजूद हार्दिक ने रैली निकाली और 52 किलोमीटर के इस रोड शो में 2000 से ज्यादा दुपहिया वाहन शामिल हुए। इस रैली को फेसबुक पर 52 हजार लोगों ने देखा।
हार्दिक की फेसबुक लाइक भी 8 लाख हो गई है। यही कारण है कि भाजपा कांग्रेस से ज्यादा हार्दिक पटेल से घबरा रही है। हालांकि गुजरात में कौन बाजी मारेगा इस हकीकत का खुलासा तो तो 18 तारीख को ही होगा।